
बिक्रमगंज(रोहतास)। काराकाट प्रखंड के सिकरियां पंचायत के मौजा दहीयाड़ी गांव में 6 एकड़ में फैला जलाशय अतिक्रमण की चपेट में आ चुका है । जल जीवन हरियाली योजना के तहत सरकार का आदेश जारी हो चुका है , कि पूरे प्रदेश में जितने भी जलाशय है जो अतिक्रमण हो चुका है उसे अतिक्रमण मुक्त कराया जाय । प्रखंड क्षेत्र में जलशयों की संख्या 78 है लेकिन 62 जलाशयों का कहीं आता पता ही नहीं है सिर्फ 16 जलाशय ही सूचीबद्ध है । मत्स्यजीवी सहयोग समिति के अनुसार रोहतास जिलाधिकारी , मत्स्य जिला पदाधिकारी रोहतास तथा अंचल पदाधिकारी काराकाट द्वारा संज्ञान नहीं लेने के कारण स्थिति बनी हुयी है । दहीयाड़ी मौजा में 6 एकड़ जलाशय है जिसमें करीब 4 एकड़ में अतिक्रमण हो चुका है । शेष जो बाकी है उसके अतिक्रमण के लिए गांव में होड़ मचा है । अतिक्रमण को लेकर खून खराबे की संभावना बनी हुयी है । अतिक्रमण से किसानों का पटवन बाधित होता है ।यहां तक कि अतिक्रमणकारी किसानों को खेतों में जाने नहीं देते अक्सर मारपीट की जाती है । मत्स्यजीवी सहयोग समिति के दहीयाड़ी गांव सदस्य संजय तिवारी बताया कि मौजा दहीयाड़ी में खाता संख्या -111 खेसरा संख्या -144 , 118, 221, 119 में मत्स्य विभाग को 6 एकड़ का राजस्व सरकारी नियमावली के आधार पर राशि जमा की जाती है । 4 एकड़ में अतिक्रमण किया जा चुका है जिसमें बड़े बड़े पक्के भवन से लेकर खपरैल, मड़ई, बांस बल्ली लगाकर कब्जा किया जा चुका है । अतिक्रमण हटाने के लिए पूर्व में किसान, वार्ड सदस्य सहित ग्रामीण जिलाधिकारी से लेकर मत्स्य विभाग सासाराम, बिक्रमगंज अनुमंडल कार्यालय तथा अंचल अधिकारी को कई बार लिखित दिया जा चुका है , लेकिन अब तक अतिक्रमण हटाने की कोई कार्रवाई नहीं कि गयी । अतिक्रमण होने से किसान परेशान है उनके खेतों के पटवन बाधित हो चुका है । मत्स्य सहयोग समिति काराकाट द्वारा जिलाधिकारी रोहतास से मांग किया है कि अतिक्रमण की जलाशय को अतिक्रमण मुक्त कराया जाय ।
पुलिस ने अतिक्रमणकारियों को चेतावनी –
दहीयाड़ी गांव में अतिक्रमित जलाशय पर कब्जा को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ जिसमें काराकाट पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाया कि अगर सरकारी जमीन पर अतिक्रमण के लिए किसी प्रकार का विवाद होता है तो सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी ।
क्या कहते है अधिकारी
काराकाट के आरओ जीतेंद्र कुमार कहते हैं कि दहीयाड़ी गांव में जलाशय की अतिक्रमित भूमि की कब्जा की जानकारी नहीं है अगर अतिक्रमण हुयी है तो कार्रवाई की जाएगी ।