
तिलौथू। समाजसेवियों ने स्लम एरिया के बच्चों में स्कूल बैग व कॉपी कलम का किया वितरण। शिक्षा की बुनियाद सुख सुविधाओं से कोसो दूर , रहन सहन की उचित व्यवस्था न होने के कारण भी अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए तिलौथू में स्थित लीलापुरी के 10 बच्चे प्रतिदिन सरकारी विद्यालय में शिक्षा प्राप्त करने के लिए जाते हैं, पर पैसे के अभाव के कारण उनके पास उचित मात्रा में कॉपी कलम या स्कूल बैग , यहां तक कि पहनने के लिए लिए भी जूते उपलब्ध नहीं है। ऐसे 10 बच्चों के बीच समाजसेवी सत्यानंद कुमार ने अपने टीम के सहयोग से सभी बच्चों के लिए स्कूल बैग, कॉपी कलम देकर उन्हें साप्ताहिक फ्री कोचिंग देने की व्यवस्था की। ताकि उन बच्चों को भी सपना पूरा हो सके। बच्चों के बातचीत के क्रम में नागेश , विशाल व प्रिंस ने बताया कि मुझे आर्मी में जाना है। आर्मी में जाना मेरा बचपन का शौक है। ये तीनों अभी से ही आर्मी के जवान की तरह बाल कटिंग करते हैं।
वहीं पर सविता, सपना, जिया, और नैना ने बताया कि मुझे डॉक्टर बनना है और अपने समाज को कुपोषण और रोग से मुक्त करना है। अमन, रोहित, और शिवम ये तीनों दरोगा बनाना चाहते हैं , ताकि अपने समाज को न्याय के साथ आगे बढ़ाया जा सके।
सहयोगी टीम के सदस्य सुनील कुमार गुप्ता ने बताया कि बच्चों की आंखों में सपने बहुत हैं पर इन्हे पूरा करने के लिए कोई भी राजनीति या प्रशासनिक सहयोग नही मिल पाता। अक्सर इनके अभिभावकों का वोट लेने के लिए बिचौलिए पैसे के बल पर मोह लेते हैं पर इन बच्चों का कोई ध्यान देने वाला नही है , तिलौथू के सामाजिक युवा कार्यकर्ताओं ने एक टीम बनाकर के ऐसे सैकड़ों बच्चों को शिक्षा के क्षेत्र में योगदान देने का निर्णय लिया। जिसमें रामचंद्र साव, विकाश कुमार ऊर्फ मोनू, छोटू कुमार, मनीष कुमार,राजीव गुप्ता, अजय गुप्ता, मुनमुन जी, डॉ. बी. अंजुम, डॉ. रंजीत राठौड़ सहित दर्जनों युवा अपना मासिक सहयोग दे रहे हैं।