
गाड़ी पर राजद का झंडा देख आशा कार्यकर्ताओं ने गाड़ी को घंटों रोके रखा..
आशा कार्यकर्ताओं का 26वा दिन भी हड़ताल जारी.
नासरीगंज (रोहतास) प्रखंड क्षेत्र स्थित रेफरल अस्पताल नासरीगंज परिसर में आशा कार्यकर्ताओं का हड़ताल 26 वा दिन भी जारी रहा. अस्पताल के ओपीडी के मुख्य द्वार से हटकर अस्पताल के मुख्य गेट पर ही आशा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. इस दौरान किसी भी मरीज को अंदर नहीं जाने दिया . आशा कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन एवं हड़ताल अस्पताल की स्थिति चरमरा सी गई है मरीजों को समय पर इलाज और दवा नहीं मिल पा रही है. हड़ताल का नेतृत्व कर रही आशा संघ के प्रखंड अध्यक्ष अनीता देवी ने बताया कि इमरजेंसी केस और डिलीवरी को छोड़कर कर सभी कार्य बाधित किया गया है. इस दौरान किसी भी परिस्थिति में किसी भी मरीज और व्यक्ति को अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है उन्होंने कहा कि आने वाले समय में अगर सरकार हमारी मांगे नहीं मानती है तो पूर्ण रूप से अस्पताल को बंद किया जाएगा तथा इमरजेंसी के साथ डिलीवरी भी बंद कराई जाएगी. प्रदर्शन के दौरान आशा कार्यकर्ता नीतीश कुमार एवं तेजस्वी यादव के खिलाफ नारे लगाते रहे. इस दौरान राष्ट्रीय जनता दल के झंडा लगा एक चार पहिया वाहन पर राजद के नेता अस्पताल परिसर में ही घिर गए. जैसे ही आशा कार्यकर्ताओं ने वाहन पर लालू यादव और तेजस्वी यादव के लगे हुए झंडे को देखा तभी सभी कार्यकर्ता आक्रोश में हो गई और गाड़ी को घेर लिया उन्होंने आरोप लगाया कि तेजस्वी यादव के कारण ही हमारी मांगे पूरी नहीं हो रही है. घंटों गाड़ी को घेर कर राजद के नेता कैलाश सिंह यादव को घंटों बंधक बनाए रखा और गाड़ी से बाहर नहीं निकलने दिया और ना ही गाड़ी को गेट से बाहर जाने दिया. इस दौरान तेजस्वी यादव मुर्दाबाद के नारे भी लगते रहे. राजद नेता कैलाश सिंह यादव के द्वारा घंटों समझाने बुझाने तथा आश्वासन के बाद कि आपकी बातों को वह शीर्ष नेताओं तक पहुंचाएंगे उसके बाद आशा कार्यकर्ता मानी और उनके गाड़ी को जाने दिया. आशा कार्यकर्ताओं ने कहा कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाएगी उनका हड़ताल अनिश्चित कालीन जारी रहेगा. अस्पताल की स्थिति एवं सेवाएं देने के संबंध में फोन पर पूछे जाने पर अस्पताल प्रबंधक एनके आर्य ने बताया कि कार्य बाधित हो रहा है आशा कार्यकर्ताओं को समझाने बुझाने का प्रयास किया जा रहा है अगर ऐसे ही आगे चलता रहा तो विभाग के दिशा निर्देश पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.