
प्रमोद कुमार, डिजिटल टीम, भभुआ। भभुआ प्रखंड में शौचालय गबन मामले में नया मोड़ सामने आया है। डीएम के पांच सदस्यीय जांच टीम के रिपोर्ट में बीडीओ भी दोषी पाए गए। दो कार्यपालक सहायक और एक प्रखंड समन्वयक की सेवा समाप्त । बीडीओ के डिजिटल सिग्नेचर से फर्जी भुगतान हुआ जिसमें 273 लाभुकों के 32 लाख रुपये निकाले गए। बीडीओ ने खुद को बचाने के लिए 4 कर्मियो पर मामला दर्ज कराया।
कैमूर में भभुआ नगर परिषद में कचरा घोटाला के बाद हुआ शौचालय घोटाला यह हम नहीं कह रहे है बल्कि खुद भभुआ प्रखंड विकास पदाधिकारी मनोज कुमार अग्रवाल ने 273 फर्जी शौचालय के राशि के भुगतान के आरोप में दो कार्यपालक सहायक दो जिला समन्वयक के खिलाफ भभुआ थाने में मामला दर्ज कराया और मामले का जांच विजेलेन्स निगरानी साईबर सेल से करा कर सभी पर कार्रवाई करते हुए नौकरी से बर्खास्त करने का मांग किया है। बता दे कि इसी वर्ष जब बिहार सीएम नीतीश कुमार कैमूर आने वाले थे तो उसी समय शौचालय में फर्जी भुगतान 273 लोगो का किया गया फिर 225 लोगो का करना था तभी बीडीओ ने रोक लगा दी,बीडीओ भी मानते है कि मुझे झांसा देकर मेरा डिजिटल सिग्नेचर करा लिया गया।
वहीं भभुआ प्रखंड के पूर्व प्रखंड प्रमुख प्रतिनिधि ने बताया कि भभुआ प्रखंड में भारी मात्रा में फर्जी शौचालय का भुगतान किया गया जब कि वह कौन है कहा के रहने वाले है कोई पता नहीं पूरे शौचालय भुगतान का जांच किया जाए तो करोड़ो का घोटाला सामने आएगा,हम मांग करते है कि जांच कर सभी पर कार्रवाई किया जाए।