बिहार के भभुआ जिले के रहने वाले एक मरीज ने यूपी के चंदौली के एक निजी अस्पताल पर जबरन बंधक बनाकर इलाज करने का आरोप लगाया है। इस संबंध में उसने कैमूर एसपी को एक आवेदन दिया है। साथ ही न्याय की गुहार लगाई है। आवेदन में कहा है कि चंदौली जिले के एसपी सर्जिकल हॉस्पिटल में उसे बंधक बनाकर अस्पताल के इंचार्ज द्वारा इलाज किया गया। आरोप लगाने वाले सियाराम बिंद दुर्गावती थाना क्षेत्र के रुईयां गांव के रहने वाले हैं। सियाराम बिंद ने बताया कि वे इलाज के लिए 5 सितंबर को दुर्गावती अस्पताल जा रहा था। तभी रास्ते में एसपी सर्जिकल हॉस्पिटल चंदौली के दो स्टाफ मोनू दुबे तथा अनिल पांडेय मेरे पास आए और बोले कि हमारे हॉस्पिटल एसपी सर्जिकल चंदौली चलिए।
आपका सस्ता सुविधा इलाज ₹25000 में करा देंगे। हमें तथा मेरे परिजनों को बहला फुसलाकर कर ले गए तथा ले जाने के बाद 25000 के जगह ज्यादा पैसे फोन पे में पैसा जमा कराए। उसके बाद बोलने लगे की हाइड्रोसील नहीं हर्निया तथा अपेंडिक्स का ऑपरेशन होगा। इस दौरान घर से 50 हजार रुपय मंगाने का दबाव बनाने लगे। असमर्थता जताने पर गाली गलौज और मारपीट किया गया और धमकी भी दी गई। मरीज ने आरोप लगाया है कि 6 दिनों तक उसे और उसके परिजनों को अस्पताल में बंधक बनाकर मारपीट एवं प्रताड़ना की गई। पीड़ित ने कैमूर एसपी के कार्यालय में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है।