मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, एक भयानक मामले में, दूषित मछली खाने के कारण जीवाणु संक्रमण से पीड़ित एक अमेरिकी महिला ने अपने दोनों हाथ और दोनों पैर खो दिये।
न्यूयॉर्क, 17 सितंबर (आईएएनएस)। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, एक भयानक मामले में, दूषित मछली खाने के कारण जीवाणु संक्रमण से पीड़ित एक अमेरिकी महिला ने अपने दोनों हाथ और दोनों पैर खो दिये।
न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, कैलिफोर्निया के सैन जोस की 40 वर्षीय लौरा बाराजस को अधपकी तिलापिया खाने के बाद संक्रमण हो गया।
सर्जरी से उसकी जान तो बच गई लेकिन उसके दोनों हाथा और दोनों पैर काटने पड़े।
बाराजस की दोस्त अन्ना मेसिना ने केआरओएन को बताया, “यह हम सभी पर बहुत भारी पड़ा। यह भयानक है। यह हममें से किसी के साथ भी हो सकता था।”
मेसिना ने कहा कि बाराजस सैन जोस के एक स्थानीय बाजार से खरीदी मछली खाने के कुछ दिन बाद बीमार हो गई। मछली उसने घर पर अपने लिए पकाई थी।
मेसिना ने कहा, “वह लगभग अपनी जान गंवा चुकी थी। वह रेस्पायरेटर पर थी।”
उसने बताया कि डॉक्टरों ने उसे दवा देकर कोमा में डाल दिया। उसकी उंगलियां, पैर और निचला होंठ काले पड़ गये था। उसे पूरी तरह से सेप्सिस था और उसकी किडनी खराब हो रही थी।”
रिपोर्ट में कहा गया है कि अस्पताल में एक महीने तक रहने के बाद उसकी जान बच सकी, लेकिन अब बाराजस के हाथ और पैर नहीं हैं।
मेसिना ने कहा कि बाराजस विब्रियो वल्निकस से संक्रमित थी – एक जीवाणु संक्रमण जिसके बारे में यूएस सीडीसी चेतावनी देता रहा है।
सीडीसी का कहना है कि हर साल संक्रमण के लगभग 150-200 मामले सामने आते हैं और संक्रमण से पीड़ित पांच में से एक व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है – कभी-कभी बीमार होने के एक से दो दिनों के भीतर।
यूसीएसएफ संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. नताशा स्पोटिसवूड के हवाले से कहा गया, “जिन तरीकों से आप इस बैक्टीरिया से संक्रमित हो सकते हैं, वे हैं- आप कुछ ऐसा खा सकते हैं जो इससे दूषित हो या कोई कटा घाव या टैटू उस पानी के संपर्क में आ जाये जिसमें यह कीड़ा हो।”
स्पॉटिसवूड ने कहा कि बैक्टीरिया विशेष रूप से उन लोगों के लिए चिंता का विषय है जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है।
मेसिना ने कहा कि वह और बाराजस का परिवार अभी भी इस बारे में और जानने का इंतजार कर रहे हैं कि क्या हुआ था। उसने अपने दोस्त के मेडिकल खर्चों में मदद के लिए एक गोफंडमी भी स्थापित किया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अब तक इसने 20 हजार डॉलर से अधिक जुटा लिया है।