लखिसराय: भ्रष्टाचार की खबरें छपने से मुखिया परेशान था। एक दैनिक अखबार में लगातार योजनाओं की पोल खोली जा रही थी। इससे मुखिया जी का दाल गल नहीं रहा था। इस कारण उन्होंने अन्य लोगों के साथ मिलकर पत्रकार की हत्या का षड़यंत्र रच दिया। लखिसराय जिले में हलसी प्रखंड के एक दैनिक अखबार के संवाद सूत्र अवध किशोर पर 14 सितबंर को जानलेवा हमला किया गया था। उनपर की गई फायरिंग के मामले में पुलिस की एसआइटी ने घटना के मास्टरमांड धीरा गांव के संतोष यादव उर्फ पहलवान को जमुई जिले के खैरा थाना क्षेत्र अंतर्गत कैरा कादो गांव से मंगलवार को गिरफ्तार किया गया है। संतोष पहलवान हलसी थाना क्षेत्र के धीरा गांव का रहने वाला है। संतोष अपने गांव के ही सोफेंद्र यादव हत्याकांड का भी मुख्य नामजद आरोपित है। संतोष पहलवान ने पूछताछ में चौंकाने वाले राज का खुलासा करते हुए बताया कि धीरा पंचायत के मुखिया गोपाल कुमार, उसके शागिर्द नरेश कुमार एवं दिपक कुमार ने मिलकर पत्रकार अवध किशोर की हत्या करवाने का षड़यंत्र रचा था। मुखिया और नरेश ने ही पत्रकार की हत्या करने को कहा। संतोष ने यह भी खुलासा किया कि पंचायत की योजनाओं से संबंधित खबरें प्रकाशित करने को लेकर रंजिश के कारण मुखिया ने पत्रकार की हत्या का षड़यत्र रचा था। एसपी पंकज कुमार ने मंगलवार को
अपने कार्यालय कक्ष में आयोंजित प्रेस वार्ता में बताया कि संतोष पहलवान की गिरफ्तारी के बाद 10 अगस्त, 2023को
सोफेंद्र यादव की हत्या की जांच पुरी हो गई है। एसपी ने कहा कि पत्रकार अवध किशोर पर जानलेवा हमला करने के
मुख्य साजिशकर्ता संतोष ने पूछताछ में जो जानकारी दी, उससे पता चला कि मुखिया के अलावा धीरा के कुछ स्थानिय
लोगों ने भी इसमें महत्वपुर्ण भूमिका निभाई है। एसपी ने कहा कि कुछ लोगों का नाम गुप्त रखते हुए इसकी जांच कराई
जा रही है।अगर आरोपितों के विरुध्द तकनीकी साक्ष्य मिलेंगे तो उनकी गिरफ्तारी होगी। एसपी ने बताया कि पत्रकार
पर हुए हमले में संतोष सहित अब तक तिन अपराधियों को जेल भेजा गया है। घटना में शामिल बाइक सवार दो अन्य
अपराधियों की पहचान कर ली गई है।