झारखंड के हजारीबाग में एल्युमिनियम गलाने वाली एक फैक्ट्री में शुक्रवार दोपहर हुए जबरदस्त विस्फोट में दो मजदूरों की मौत हो गई। विस्फोट इतना भयावह था कि फैक्ट्री की छत और दीवार क्षतिग्रस्त हो गई। इसकी आवाज करीब दो किलोमीटर दूर तक सुनी गई।
झारखंड के हजारीबाग में एल्युमिनियम गलाने वाली एक फैक्ट्री में शुक्रवार दोपहर हुए जबरदस्त विस्फोट में दो मजदूरों की मौत हो गई। विस्फोट इतना भयावह था कि फैक्ट्री की छत और दीवार क्षतिग्रस्त हो गई। इसकी आवाज करीब दो किलोमीटर दूर तक सुनी गई।
रांची, 22 सितंबर (आईएएनएस)। झारखंड के हजारीबाग में एल्युमिनियम गलाने वाली एक फैक्ट्री में शुक्रवार दोपहर हुए जबरदस्त विस्फोट में दो मजदूरों की मौत हो गई। विस्फोट इतना भयावह था कि फैक्ट्री की छत और दीवार क्षतिग्रस्त हो गई। इसकी आवाज करीब दो किलोमीटर दूर तक सुनी गई। हादसे की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। डीएसपी राजीव कुमार ने कहा कि हादसा कैसे हुआ, इसकी जांच की जा रही है। यह फैक्टरी हजारीबाग शहर से करीब छह किलोमीटर दूर डामोडीह में स्थित है, जहां एल्युमिनियम को गलाकर बर्तन बताया जाता है। इसके मालिक हजारीबाग के सरदार चौक निवासी अवध कुमार गुप्ता हैं।
बताया जा रहा है कि भट्ठी में एल्युमिनियम गलाने के दौरान कोई विस्फोटक पदार्थ चले जाने की वजह से धमाका हुआ। हालांकि फैक्ट्री संचालक का कहना है कि हादसा वज्रपात की वजह से हुआ है, लेकिन स्थानीय लोगों और मृतकों के परिजनों का कहना है कि संचालक विस्फोट की असली वजह छिपा रहे हैं।
मृतकों के नाम रंजीत ठाकुर और सुखदेव साहु हैं, जो सिरसी डामोडीह गांव के ही रहने वाले हैं। विस्फोट की घटना के बाद सैकड़ों लोग मौके पर इकट्ठा हो गए। बताया जा रहा है कि मौसम खराब होने की वजह से फैक्ट्री में सिर्फ दो मजदूर काम कर रहे थे और दोनों की मौत हो गई। अगर फैक्ट्री की पूरी क्षमता के अनुसार मजदूर मौजूद होते तो हादसा और भयावह हो सकता था।
स्थानीय लोगों ने हादसे की उच्चस्तरीय जांच कराने और फैक्ट्री को आबादी वाले से हटाकर अन्यत्र स्थानांतरित करने की मांग की है। मारे गए मजदूरों के परिजनों ने फैक्ट्री प्रबंधन से मुआवजा देने की मांग की है।
Sign in to your account