बिहार के जातीय गणना का रिपार्ट जारी करते ही इस पर राजनीति तेज हो गई है। कोई इसके पक्ष में बोल रहा है तो कोई विपक्ष में। इसी बीच जाप सुप्रिमों पप्पू यादव का भी बयान आया है। उन्होने कहा है कि यह पूरे देश में होना चाहिए। इसके बाद ही चुनाव के लिए परिसीमन होना चाहिए। उन्होने यह भी कहा की जाति गणना के आधार पर अब आरक्षण का भी प्रवधान होना चाहिए । क्योंकि जिसकी जितनी भागिदारी है उसे उतना हिस्सेदारी मिलना ही चाहिए। जातीय गणना किसी धर्म के किलाफ नहीं है। ये गरीब और पिछड़ो के राजनीतिक, आर्थिक, समाजिक और शैक्षणिक क्षेत्रों के विकास के लिए है।