डेहरी ऑन-सोन, रोहतास।लोकतंत्र के मंदिर कहे जाने वाले संसद भवन मे सत्र के दौरान आरजेडी सांसद मनोज झा के ठाकुरों पर कविता के माध्यम से विवादास्पत टिप्पणी नेतूल पकड़ लिया। जिसके बाद क्षत्रिय राजपूत समाज ने इसका विरोध किया। स्वाभिमान रैली के जरिए मंगलवार को राजपूत समाज ने बाबू वीर कुंवर सिंह की प्रतिमा पर विधान परिषद संतोष कुमार सिंह ने माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरूआत किया। स्वाभिमान रैली के दौरान राजपूत समाज के युवाओं ने मोटरसाइकिल और चार पहिया वाहन पर भगवा झंडा,पोस्टर और काला कपड़ा पहन शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया जिस दौरान युवाओं ने सांसद मनोज झा होश में आओ और जय भवानी के नारे लगाए। रैली में हजारों की भीड़ ने कई राजनीतिक दलों की चिंताएं भी बढ़ा दी है। राजपूत समाज के युवा काला कपड़ा, सर पर तिलक और हाथ में भगवा झंडा लिए स्वाभिमान रैली की शोभा बढ़ा रहे थे। राजपूत स्वाभिमान रैली वीर कुंवर सिंह चौक से गांधी चौक, अंबेडकर चौक, जक्की बिगहा ,चूना भट्ठा, स्टेशन रोड, पाली रोड होते हुए अनुमंडल कार्यालय पहुंचे। करीब चार किलोमीटर तक वाहनों का लंबा काफिला ऐतिहासिक रैली का गवाह बन रहा था। रैली में हजारों की भीड़ देख कई राजनीतिक दलों के माथे पर चिंता का लकीर खड़ा कर दिया था। ड्रोन से रैली की सुरक्षा की जा रही थी।
रैली के दौरान एसडीपीओ विनीता कुमारी, इंस्पेक्टर सुबोध कुमार के साथ बड़ी संख्या में मजिस्ट्रेट और सुरक्षाबल तैनाती थे। राजपूत समाज के लोगों ने डीसीएलआर एहसान अहमद को ज्ञापन सोपा। तत्पश्चात लोगों के संबोधन में वक्ताओं ने कहा कि यह स्वाभिमान रैली किसी जाति या पार्टी विशेष के लिए नहीं, बल्कि राजद सांसद मनोज झा द्वारा दिए गए बेतुका बयान का विरोध था। क्योंकि क्षत्रीय कुल के लिए ब्राह्मण हमेशा पूजनीय होते हैं, और भविष्य में भी रहेंगे। किंतु तुच्छ मानसिकता व किसी खास पार्टी के इसारे पर सांसद मनोज झा द्वारा दिया गया बयान निंदनीय है। स्वाभिमान रैली के माध्यम से दो टूक में मनोज झा को चेतावनी दी गई, कि यदि अपने बयानों पर माफी नहीं मांगे तो राजपूत समाज स्वाभिमान के साथ समझौता नहीं करेगा। और आंदोलन का स्वरूप इतना बड़ा होगा,जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है। रैली में एमएलसी संतोष सिंह, राजीव रंजन सिंह उर्फ सोनू सिंह, राजन सिंह, कुमार विनोद सिंह, राणा दीपू सिंह,सरपंच विनोद सिंह, मनीष सिंह, पंकज सिंह, अमित सिंह, संजय सिंह बाला,अनित सिंह, सिकंदर सिंह,ओम सिंह, रॉकी सिंह, पप्पू सिंह, पवन उर्फ मुनमुन सिंह, सूरज सिंह, निखिल सिंह, उदय सिंह, संजय सिंह, अनिल सिंह, गुड्डू सिंह, उपेंद्र सिंह, जन्मेंजय सिंह आदि हजारों की संख्या में लोग शामिल थे।