डेहरी ऑन-सोन। पंडित दीनदयाल उपाध्याय – गया रेलखंड पर डेहरी रेलवे स्टेशन के बुकिंग काउंटर में गया सीआईवी व आरपीएफ की टीम ने संयुक्त छापेमारी कर कालाबाजारी के लिए बनाए गए रेल टिकट के साथ दो रेल अधिकारी व रेलकर्मी को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि अन्य कोई बिचौलिया रेल पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ सका। बताया जाता है कि डेहरी बुकिंग काउंटर में आरक्षित टिकट की कालाबाजारी की शिकायत लगातार मिल रही थी।जिसमें रेल से जुड़े कई विभाग के कर्मीयों की भी संलिप्तता रेल वरीय अधिकारीयों तक पहुंच रही थी। लेकिन कोई कारवाई नहीं हो पा रही थी। इसी दौरान गया सीआईबी व स्थानिय रेल पुलिस की टीम तत्काल टिकट बनने के समय बुकिंग कार्यालय में पहुंची। बकिंग कार्यालय में बैठे अधिकारी व कर्मचारी कुछ समझ पाते तब तक टीम ने रंगे हाथों बुकिंग कार्यालय के आरक्षण पर्यवेक्षक मनोज पांडेय व कमर्शियल क्लर्क धंनजय कुमार को गिरफ्कार कर लिया। उनके पास से अवैध तरिके से बने एक तत्काल टिकट को जब्त कर लिया। हालांकि इस दौरान आरक्षण पर्यवेक्षक ने रेल पुलिस को बताया कि वह टिकट उसके रिश्तेदार का है। तब सीआईडी पुलिस की टीम ने आरक्षण पर्यवेक्षक से कहा कि यदि आपके रिश्तेदार का टिकट है तो उन्हें बुलाया जाए। लेकिन आरक्षण पर्यवेक्षक का कहना था कि पुलिस के डर से उनके रिश्तेदार यहां टिकट लेने नहीं आ सकते तत्पश्चात रेल पुलिस ने दोनों रेल कर्मियों को गिरफ्तार कर आरपीएफ थाना ले आई। सीआईबी के एएसआई अनिल चौधरी के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर न्यायालय के निर्देश पर दोनों रेल कर्मीयों को जेल भेज दिया है। सीआईबी व आरपीएफ टीम की कारवाई से बुकिंग कर्मीयों में हड़कंप मच गया है। कई रेल कर्मीयों ने इस करवाई को साजिश बताया और रेल के वरीय अधिकारीयों से जांच की मांग की है। वहीं रेल पुलिस का कहना है कि गुप्त सूचना के आधार पर सीआईबी व आरपीएफ की टीम द्वारा यह कारवाई की गई है। क्योंकि कई दिनों से टिकट के कालाबाजारी की शिकायतें मिल रही थी। रेल पुलिस की कारवाई से जहां बुकिंग कार्यालय से जुड़े कर्मीयों में हड़कंप मंचा है। शहर के कई बिचौलियों का बुकिंग कार्यालय के पास जाना बंद हो गया है।