डिजिटल टीम- डेहरी ऑन सोन – राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा कि जो लोग पूरे देश में जातीय सर्वे कराने की बात कर रहे हैं,वे बताएं, टीएमसी, झामुको के शासन वाले राज्यों में जातीय सर्वे अब तक क्यों नहीं हुआ? क्या नीतीश कुमार जातीय सर्वे कराने के लिए ममता बनर्जी को राजी कर पाएंगे? उन्होंने कहा कि राज्यसभा और छतीसगढ़ में विधानसभा चुनाव करीब देख कर जो कांग्रेस जातीय सर्वे कराने का वादा कर रही है, उसे बताना चाहिए कि यह काम पिछले पिछले चार साल में क्यों नहीं कराया गया ?कर्नाटक में कांग्रेस की सिध्दरमैया सरकार ने 2015 में 200 करोड़ रुपए खर्च कर जो जातीय सर्वे कराया था, उसकी जारी रिपोर्ट क्यों नहीं की गई? कर्नाटक के जातीय सर्वे की रिपोर्ट जारी
कराने के लिए लालू प्रसाद को राहुल गांधी से बात करनी चाहिए। हिमाचल प्रदेश में एक साल से कांग्रेस सरकार है। वहां जातीय सर्वे कराने की घोषणा क्यों नहीं हुई? क्या कांग्रेस को चुनाव करीब आने पर जातीय सर्वे की याद आती है? राजीव गांधी ने मंडल आयोग का विरोध किया था। विडम्बना यह कि आज लालू प्रसाद और नितीश कुमार की पार्टियां मंडल और पिछड़ा विरोधी कांग्रेस की पालकी ढो रही हैं। पिछड़े वर्ग के लिए प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने मात्र 9 साल में जो काम किए , वे काम केंद्र और राज्यों में 50 साल राज करने वाली कांग्रेस नहीं कर पायी।