डिजिटल टीम -डेहरी ऑन सोन– राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा है कि देश की अगली जनगणना
जाति आधारित हो, बिहार से इसके समर्थन में सामूहिक आवाज उठे जिसका नेतृत्व विरोधी दल के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी करें। जातिगत गणना का नतीजा घोषित होने के बाद कई जातियों के नेताओं को अपनी- अपनी जातियों की गिनती मंजूर नहीं हो रही है। उन सब की शिकायत एक ही जैसी है। वह यह कि हमारी जाति की संख्या को कम कर दिखाया गया है। असल में जब तक जाति की गिनती नहीं हुई थी।तब तक सभी जातियों के नेताओं को अपनी अपनी जाति की संख्या को लेकर अतिरंजना का भाव था ।यह स्वभाविक भी है। क्योंकि लोकतंत्र में बल का अर्थ संख्या बल ही है। इसलिए गिनती के पहले अपनी अपनी जाति की संख्या को लेकर नेताओं में भ्रम बना हुआ था । जातिगत गणना के नतिजे से उस
भ्रम को झटका लगा है। इसी बेचैनी में गिनती को ही अविश्वसनीय बताया जा रहा है। भ्रम को दूर करने का सबसे मुफीद रास्ता तो यह होगा कि भारत सरकार अगली जनगणना जाति आधारित करा दे । इसलिए जातीय गणना के पक्ष में भारत सरकार के समक्ष बिहार से ही सामूहिक आवाज उठाई जाए।