
डिजिटल टीम, भभुआ (कैमूर)।बिहार के पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह अपने बयानों को लेकर लगातार चर्चा में रहते हैं। इस बार उन्होंने एक बार फिर विवादि त बयान दिय़ा है। रविवार को भभुआ में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि भ्रष्ट अधिकारियों के मुंह पर थूकने की बात कह डाली। उन्होंने कहा कि इस तरह का काम करने वाले लोगों का कानून भी कुछ भी नहीं बिगाड़ सकता है। सुधाकर इतने पर भी नहीं रुके उन्होंने यह भी कह डाला कि जंगलों में रहने वाले बागी नक्सली नही कुर्सियों पर बैठने वाले लोग है नक्सली। किसान सभा को सम्बोधित करते हुए उन्होंने इस तरह का बयान दिया।
लिच्छवी भवन पर किसान सभा को संबोधित करते हुए सुधाकर सिंह ने सरकार और अधिकारियों पर जमकर हमला बोला और उन्होंने कहा कि अगर आप लोग आंदोलन के दौरान अधिकारियों पर लाठी बरसते हैं और उसका सर फट जाएगा तो आप पर 302 और 307 लग जाएगा लेकिन 100 लोग मिलकर कलेक्टर के मुंह पर थूक देंगे तो कलेक्टर 100 लोगों पर क्या दफा लगाएगा , फूलों की माला की जगह अधिकारियों को फटे हुए जूते और चप्पलों की माला पहनाइए अगर कोई अधिकारी बाजार में सब्जी देने आता है तो उसे अंगूठा दिखाइए इन सब चीजों से आप लोग के ऊपर किसी भी तरह का कोई धारा नहीं लगेगा । वहीं आगे उन्होंने कहा कि गांव में नक्सली नहीं है जंगलों में बागी नहीं है नक्सली और बागी वह लोग हैं जो कुर्सियों पर बैठकर आम लोगों और किसने की बात नहीं सुनते हैं ।
किसानों की भूमि अधिग्रहण की राशि को लेकर चल रहा है विरोध
कैमूर जिले में भारतमाला परियोजना के तहत बनारस कोलकाता एक्सप्रेसवे बनाने को लेकर भारत सरकार द्वारा कैमूर के किसानों की जमीन ली जा रही है। जिसमें किसानों का आरोप है कि सरकार जमीन का उचित मूल्य नहीं दे रही है जिसे लेकर दूसरी बार किसान यूनियन के नेता राकेश टिकट कैमूर पहुंचे थे। इसी सभा में मौजूद सुधाकर सिंह ने इस तरह का बयान दिया.