डिजिटल टीम, डेहरी-ऑन-सोन (रोहतास)। लोकसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार के साथ खड़े नेताओ ने साथ छोड़ना शुरू कर दिया है। जदयू के पूर्व एम एल सी रणवीर नंदन के बाद अब रोहतास जिले के चेनारी सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे ललन पासवान ने भी पार्टी से इस्तीफा देने का ऐलान किया है। उनके इस्तीफे को जदयू के लिए बड़ा नुकसान माना जा रहा है। माना जा रहा है कि दो दिन के अंदर ललन पासवान अपना पत्ता साफ कर देंगे। केबी न्यूज से बातचीत के दौरान उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी की जमकर तारिफ की। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार दलितो पर होने वाले अत्याचार पर पूरी तरह चुप्पी साधे हुए हैं। गुरूवार को अपने पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से उन्होंने इस्तीफा दे दिया है। गौरतलब है कि ललन पासवान साल 2005 में पहली बार जदयू के टिकट पर चेनारी विधानसभा से जीत हासिल की थी। साल 2009 में वे पार्टी से इस्तीफा देकर सासाराम सुरक्षित लोकसभा क्षेत्र से राजद से चुनाव भी लड़े। हालाकि इस चुनाव में मीरा कुमार को जीत हासिल हुई। 2015 में वे आरएलएसपी के टिकट पर चेनारी से चुनाव जीतने में कामयाब हुए। जिसके बाद फिर से जदयू का हिस्सा बन गए थे।
समर्थकों में है खुशी
ललन पासवान को उनके विधानसभा क्षेत्र में काफी लोकप्रिय माना जाता है। जदयू छोड़ने की घोषणा और बीजेपी में शामिल होने की अनौपचारिक खबरों से उनके समर्थक काफी उत्साहित हैं। नौहट्टा के सामाजिक कार्यकर्ता बेला मिश्रा सहित अन्य लोगों ने इसका स्वागत किया है। माना जा रहा है कि अपने समर्थकों के साथ इसी सप्ताह प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी सहित दिग्गज नेताओं की मौजूदगी में वो बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करेंगे।