डिजिटल टीम, भभुआ (कैमूर)। जिला निबंधन परामर्श केंद्र के कर्मी गए हड़ताल पर। इस कारण बिहार मुख्यमंत्री के महत्वकांक्षी योजना बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, मुख्यमंत्री विशेष सहायता भत्ता योजना, कुशल युवा कार्यक्रम योजना पर पड़ा असर। रोज दर्जनों छात्र छात्रा बिना कार्य के लौटने को मजबूर। बता दें कि बिहार राज्य सिंगल विंडो ऑपरेटर और मल्टीपर्पस असिस्टेंट संघ अपनी पांच सूत्री मांग को लेकर दो दिनों से धरने पर है। जब तक मांग पूरी बिहार सरकार नहीं करती तब तक धरने पर डटे रहने का दिया धमकी। उमाशंकर सिंह और कन्हैया कुमार नामक कर्मी का कहना है इसी साल मार्च माह में सभी कर्मी हड़ताल पर गए तो सरकार द्वारा पांच मांग में से एक मांग स्वीकार किया गया पर आज तक लागू नहीं किया गया। इसके साथ ही 10 प्रतिशत इंक्रीमेंट भी रोक दिया गया और विभाग के कार्यपालक सहायकों को जो सुविधा दिया जा रहा है वह भी हमे नहीं मिलता। वेतन को बढ़ाया जाए ताकि अपने घर परिवार को देखभाल कर सके,हमे अपने गृह जिला के पास वाले जिले में ट्रांसफर कर दिया जाए ताकि घर जाने में परेसानी नहीं हो जब तक सरकार हमारी मांग को पूरी नहीं करती हम धरने पर डटे रहेंगे। छात्रों को जो परेशानी होगी उसकी जिम्मेदारी सरकार पर होगी।
छात्र शाक्षी कुमारी ने बताया कि औरंगाबाद में पोलटेक्निक में एडमिशन कराई हूं स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के लिए डी आर सी सी पहुँची तो देखा कि कार्यालय खुला है पर कोई कर्मी नहीं है सभी हड़ताल पर गए है जिससे बिना कार्य के लौटना पड़ा मैं मोहनिया से आई हूं। दूसरे छात्र रवि रंजन कुमार का कहना था कि मैं जहानाबाद में पेरामेडिकल कर रहा हु मेरा स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड बन गया पर अग्रीमेंट पेपर जमा करना था आज कर्मियों को हडताल पर जाने से कार्य नहीं हुआ घर जा रहा हूँ।
डीआरसीसी के सहायक प्रबन्धक रंजन कुमार ने बताया कि सभी कर्मी हड़ताल पर चले गए है अपनी मांग को लेकर जिसके कारण छात्रों को काफी परेसानी हो रही है रोज 50 से ज्यादा छात्र बिना कार्य के वापस लौट रहे है,क्यो की कर्मी को ही स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड का वेरिफिकेशन करना पड़ता है तब क्रेडिट कार्ड बनता है ।