16 अक्टूबर को बाल विवाह मुक्त भारत अभियान की होगी पहली वर्षगांठ, निकलेगा कैंडल मार्च
गिद्धौर । बाल विवाह मुक्त भारत अभियान की पहली वर्षगांठ पर कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन के बैनर तले 16 अक्टूबर को गिद्धौर में कैंडल मार्च निकाली जाएगी। चाइल्ड ट्रैफिकिंग कोऑर्डिनेटर नंदलाल सिंह ने गिद्धौर के एक निजी भवन में प्रेस वार्ता आयोजित कर उक्त जानकारी साझा की।उन्होंने बताया कि, समाज और सरकार दोनों ही बाल विवाह मुक्त भारत के लक्ष्य को हासिल करने के लिए पूरे समर्पण से काम कर रहे हैं, लेकिन हमारे तमाम प्रयासों के बावजूद बाल विवाह में कमी नहीं आ रही है। समाज में पहले दहेज रूपी दानव और भ्रूण हत्या जैसी कुरीतियां से तभी निजात मिल सकता है, जब इसके रोकथाम के लिए सामूहिक प्रयास किए जाएं।प्रेस वार्ता में मौजूद गिद्धौर पी एच सी के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. बिपुल कुमार एवं समाजसेवी कुणाल सिंह ने बताया कि, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर विशेष रूप से पहल करने की जरूरत है। एक शिक्षित बेटी पूरे घर को स्वस्थ्य, एवं शिक्षित बना सकती है। वहीं, सामाजिक कार्यकर्ता विकास रंजन एवं गीता भारती ने बताया कि, समन्वित योजना बनाकर ही बाल विवाह के खिलाफ लड़ाई लड़ी जा सकती है। सामाजिक जागरूकता के लिए महिलाओं के साथ 16 अक्टूबर को बाल विवाह मुक्त भारत अभियान की पहली वर्षगांठ पर शाम में मोमबत्ती जलाकर लाखों महिलाएं एक साथ बाल विवाह के खिलाफ शपथ लेंगे और बाल विवाह मुक्त जमुई जिले का संकल्प लिया जाएगा। मौके पर, ग्राम नेहरू युवा ट्रस्ट के वरिष्ठ कार्यकर्ता धनंजय कुमार, गीता भारती, विकास रंजन, समाजसेवी कुणाल सिंह, डॉ. बिपुल कुमार आदि मौजूद थे।