डिजिटल टीम डेहरी ऑन सोन / पटना- स्कूलों के नियमित निरीक्षण को और अधिक व्यापक व सख्त किया जा रहा है। इसी कड़ी में अब प्रतिदिन करीब 42 हजार स्कूलों का निरीक्षण किया जा रहा है। राज्य में सरकारी स्कूलों की संख्या 75 हजार 300 है। इस तरह हर दूसरे दिन सभी स्कूलों में अफसर व कर्मी निरीक्षण को पहुंच रहे हैं। सबसे अधिक 44 हजार स्कूलों का निरीक्षण नौ अक्टूबर को किया गया था। मालूम हो कि स्कूलों में बच्चों -शिक्षकों की उपस्थिति और सभी तय बुनियादी सुविधाएं विद्यार्थियों को मिले , इसे सुनिश्चित कराने के लिए एक जुलाई से नियमित रुप से निरीक्षण किया जा रहा है। शुरुआत में रोज 15 हजार स्कूलों का निरीक्षण किया जा रहा था। इससे स्कूलों में शिक्षकों और बच्चों दोनों की उपस्थिति में काफी सुधार आया । इसके अलावा मध्याहन भोजन, स्कूलों की साफ- सफाई आदि का जायजा भी प्रतिदिन निरीक्षण के माध्यम से लिया जा रहा है। इस दौरान बिना पुर्व सूचना के स्कूल से गायब मिलने पर अब-तक 7500 शिक्षकों का वेतन भी काटा गया है। इतना ही नहीं , हर दिन 65 हजार से अधिक स्कूलों के प्रधानाध्यापक वीडियो कांफ्रेसिंग में रोज उपस्थित हो रहे हैं।स्कूल अवधि के बाद निर्धारित समय में प्राधानाध्यापक स्वयं वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये जिला मुख्यालय को स्कूलों के उस दिन के पठन- पाठन से संबंधित और अन्य जानकारी दे रहे हैं। जिलों के द्वारा फिर इसकी जानकारी विभाग को दी जाती है। निरीक्षण से कई ऐसे भी समस्याएं सामने आई , जिसपर उतना ध्यान नहीं दिया जाता था । स्कूल के कमरों और परिसर में बड़ी मात्रा में अनुपयोग सामान वर्षों से पड़े थे। इन सभी को निलामी कर हटवाया गया। बेंच- डेस्क की कमी की कमी से बच्चे नीचे बैठने को विवश हैं। अब चरणवार इसकी खरीदारी कराई जा रही है।