विशाखापत्तनम, 30 अक्टूबर (आईएएनएस)। आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले में दो ट्रेनों के बीच टक्कर लगभग पांच महीने पहले ओडिशा में हुई भीषण ट्रेन दुर्घटना की पुनरावृत्ति प्रतीत होती है। दोनों टक्करों में दो यात्री ट्रेनें और एक मालगाड़ी शामिल थी। रविवार को कोठावलासा ‘मंडल’ (ब्लॉक) में कंटकपल्ली जंक्शन के पास विशाखापत्तनम-पलासा पैसेंजर और विशाखापत्तनम-रायगड़ा पैसेंजर के बीच टक्कर में कम से कम 14 यात्रियों की मौत हो गई और 50 से अधिक घायल हो गए।पटरी से उतरे डिब्बे बगल की पटरी पर चल रही मालगाड़ी से टकरा गए। इससे टक्कर का असर और बढ़ गया।
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, विशाखापत्तनम-रायगड़ा पैसेंजर ट्रेन के सिग्नल ओवरशूट करने के कारण टक्कर हुई। उन्होंने कहा कि दुर्घटना का संभावित कारण मानवीय भूल है।
यह टक्कर ओडिशा से 150 किमी दूर हुई, जहां लगभग पांच महीने पहले देश के इतिहास की सबसे भीषण ट्रेन त्रासदी देखी गई थी। 2 जून को बहनागा बाजार स्टेशन के पास ट्रिपल ट्रेन दुर्घटना में 295 यात्रियों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस मुख्य लाइन के बजाय लूप लाइन में घुस गई और लूप लाइन पर खड़ी एक मालगाड़ी से टकरा गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बगल के ट्रैक पर बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतर गए।
रेलवे अधिकारियों ने तब कहा था कि नॉर्थ सिग्नल गूमटी स्टेशन पर सिग्नलिंग-सर्किट-परिवर्तन में खामियों के कारण कोरोमंडल एक्सप्रेस लूप लाइन में प्रवेश कर गई और परिणामस्वरूप पीछे से टक्कर हो गई।
विजयनगरम जिले में रविवार को हुए हादसे में विशाखापत्तनम-रायगड़ा (08504) विशाखापत्तनम-पलासा (08532) से टकरा गई, जो सिग्नल का इंतजार कर रही थी। टक्कर में रायगड़ा पैसेंजर ट्रेन का लोको और पलासा पैसेंजर का गार्ड कोच बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। टक्कर के प्रभाव से रायगड़ा ट्रेन के कुछ डिब्बे लोकोमोटिव पर चढ़ गए। इसके बाद ये डिब्बे बगल की पटरी से गुजर रही एक मालगाड़ी से टकरा गए।
पलासा ट्रेन के दो डिब्बे भी मालगाड़ी से टकरा गए। दुर्घटना में दो यात्री ट्रेनों और मालगाड़ी के कुल आठ डिब्बे शामिल थे।
इन दोनों पैसेंजर ट्रेनों में करीब 1400 यात्री सफर कर रहे थे। चूंकि दुर्घटनास्थल विजयनगरम-कोठावलासा राजमार्ग से पांच किलोमीटर दूर था, इसलिए बचावकर्मियों को घायलों को एम्बुलेंस तक ले जाने में कड़ी मेहनत करनी पड़ी। अंधेरे के कारण पुलिस, स्थानीय अधिकारियों और रेलवे कर्मियों के बचाव कार्य में भी बाधा आई। पलासा (श्रीकाकुलम जिले में) के लिए ट्रेन शाम 5.45 बजे विशाखापत्तनम से रवाना हुई थी। पंद्रह मिनट बाद रायगढ़ा (ओडिशा) के लिए ट्रेन भी उसी ट्रैक पर रवाना हो गई थी। एक घंटे बाद दोनों ट्रेनें टकरा गईं। पलासा ट्रेन के कुछ यात्रियों ने कहा कि ट्रेन कंटकपल्ली स्टेशन से धीरे-धीरे चल रही थी और कुछ दूरी तय करने के बाद सिग्नल के लिए रुकी थी।