
डिजिटल टीम, डेहरी-ऑन-सोन (रोहतास)। अकोढीगोला में चल रही लक्ष्मी नारायण महायज्ञ के दूसरे दिन यति राज सुन्दर स्वामी के तत्वावधान में दुर दुर से आए हुए विद्वान संत का प्रवचन चल रहा है। इसी क्रम में आज यानी बुधवार को प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित सुरेश शास्त्री जी महाराज ने कहा कि वंदन करने प्रभु बंधन में आते है। सती ने भगवान का परीक्षा लिया, कल्याण नहीं हुआ। नारायण का परीक्षा लेना तो किसी के लिए अच्छा नही हुआ। भगवान की परीक्षा कर रही थी सूर्पनखा और कल्याण नहीं हुआ. खुद लक्ष्मण जी ने उसका नाक काट लिया। उन्होंने कहा कि इस दौर में भी कई लड़कियां अपना नाक कटाने का काम कर रही हैं। सड़क पर शादी करने की बात कहने वाली ये लड़कियां संस्कारविहीन हैं और इस कारण ये कथित सुपर्णेखा अपने मां और बाप का नाक समाज में कटा रही हैं।
शबरी की भक्ति को किया याद
शबरी के प्रसंग को याद करते हुए उन्होंने कहा कि भगवान के नित्य वंदन से प्रभु बंध जाते हैं। इसी कारण उनकी प्रतिक्षा कर रही शबरी का इंतजार करने पर खुद भगवान वहां पहुंचे। फूल बिछाने के कारण खुद प्रभु राम शबरी के भक्ति भाव से विभोर हो जाते हैं। भक्तों ने भजन और प्रसंग का जमकर आनंद उठाया।