नई दिल्ली। विधानसभा चुनावों से पहले ईडी ने शुक्रवार को दावा किया कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को महादेव ऑनलाइन बुक प्रमोटर्स के प्रमोटरों द्वारा 508 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था।
ईडी ने कहा कि उसे विश्वसनीय इनपुट मिले और उसने 2 नवंबर को छत्तीसगढ़ में एक सफल तलाशी अभियान चलाया, जिसमें चुनावी राज्य में 5.39 करोड़ रुपये नकद पकड़े गए हैं।
ईडी ने कहा कि उसे खुफिया जानकारी मिली थी कि 7 और 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर महादेव ऐप के प्रमोटरों द्वारा छत्तीसगढ़ में बड़ी मात्रा में नकदी ले जाई जा रही है। ईडी ने होटल ट्राइटन और एक अन्य स्थान पर तलाशी ली।
भिलाई और सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के चुनावी खर्चों के लिए बड़ी मात्रा में नकदी पहुंचाने के लिए खास तौर पर संयुक्त अरब अमीरात से भेजे गए एक कैश कूरियर असीम दास को डिटेन किया गया था।
ईडी ने उनकी कार और उनके आवास से 5.39 करोड़ रुपये की नकद राशि बरामद की है। दास ने स्वीकार किया है कि जब्त की गई धनराशि महादेव ऐप प्रमोटरों द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य में आगामी चुनाव खर्चों के लिए एक राजनेता ‘बघेल’ को देने की व्यवस्था की गई थी।
ईडी ने महादेव ऐप के कुछ बेनामी बैंक खातों का भी पता लगाया है, जिनमें 15.59 करोड़ रुपये की शेष राशि जब्त कर ली गई है। ईडी ने दास को गिरफ्तार कर लिया है।
वित्तीय जांच एजेंसी ने कहा, “असीम दास से पूछताछ और उसके पास से बरामद फोन की फॉरेंसिक जांच से और शुभम सोनी (महादेव नेटवर्क के उच्च पदस्थ आरोपियों में से एक) द्वारा भेजे गए ईमेल की जांच से कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।
इस मामले में पहले ही कई भुगतान किए जा चुके हैं। जिसके मुताबिक महादेव ऐप प्रमोटर्स ने अब तक लगभग 508 करोड़ रुपये का भुगतान छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को किया है। ये अपने आप में जांच का विषय है।”
दास छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ अधिकारियों और राजनेताओं के लाभ के लिए महादेव ऐप प्रमोटरों से रिश्वत की रकम प्राप्त करने का माध्यम था। दोनों आरोपियों को पीएमएलए विशेष न्यायाधीश रायपुर के समक्ष पेश किया गया और ईडी ने उनकी स्वीकारोक्ति की स्वतंत्र रूप से पुष्टि करने और मनी लॉन्ड्रिंग के सबूतों का पता लगाने के लिए उनसे हिरासत में पूछताछ की मांग की है। कोर्ट ने उन्हें सात दिन के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया है।
ईडी महादेव बुक ऑनलाइन बेटिंग एपीपी सिंडिकेट की जांच कर रही है, जिसमें इस सट्टेबाजी सिंडिकेट के प्रमोटर विदेश में बैठे हैं।
अपने दोस्तों और सहयोगियों की मदद से पूरे भारत में दूर से हजारों पैनल चला रहे हैं, जो मुख्य रूप से छत्तीसगढ़ से हैं और उन्होंने अपराध से हजारों करोड़ रुपये कमाए हैं।
ईडी ने पहले ही चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और 450 करोड़ रुपये से अधिक की अपराध आय जब्त कर ली है। 14 आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ अभियोजन शिकायत दर्ज किया है। आगे की जांच के दौरान, ईडी ने पुलिस कांस्टेबल भीम यादव से भी पूछताछ की और उसे गिरफ्तार कर लिया।
ईडी की जांच से पता चला है कि पिछले 3 वर्षों में यादव ने अनधिकृत रूप से दुबई की यात्रा की और रवि उप्पल से मुलाकात की, और सौरभ चंद्राकर ने महादेव ऐप के भव्य समारोहों में भाग लिया एवं उनकी यात्रा का खर्च महादेव ऐप की मनी लॉन्ड्रिंग और टिकटिंग कंपनी आहूजा ब्रदर्स की रैपिड ट्रैवल्स द्वारा वहन किया गया।