सोन के किनारे का क्षेत्र काल का गाल बन गया है। यह प्रशासन के नाक के नीचे नदी के सुरक्षित क्षेत्र में चलने वाले अवैध खनन का परिणाम है। जेसीबी के लगातार मानक स्तर से ज्यादा खुदाई के कारण नदी में जगह-जगह पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए है। कई गड्ढे कुएं के समान जान पड़ते हैं। ये गड्ढे सोन के किनारे रहने वालों के लिए जान का खतरा बने हुए हैं। नहाने के क्रम में ये गड्ढे नजर नहीं आते जिसके कारण लोग मौत के मुह में चले जाते हैं। दर्जनों लोग इसके शिकार हो चुके हैं। हालाकिं प्रशासनिक अधिकरी खनन विभाग के साथ मिलकर हो रहे अवैध खनन को रोकने का प्रयास करती है। परंतु इसपर पूरी तरह से रोकथाम नहीं लग पा रहा है। इस संबंध में खनन अधिकारी मोहम्मद रियाजुद्दीन का कहना है कि समय-समय पर अवैध खनन रोकने के लिए कार्रवाई की जाती है। अब तक दर्जनों जेसीबी, ट्रक, ट्रैक्टर जब्त किए जा चुके हैं।
सोन नदी में डूबने से अब-तक हुई मौत
अवैध खनन के कारण नदी के गहराई का अनुमान नहीं लग पता है। लोग सोचते हैं कि थोड़ी सी ही गहराई होगी और वे नदी में उतर जाते हैं किंतु अचानक से उनका सामना खनन के कारण बने गहरे गढ्ढे से होता है। ये गड्ढे लोगो के लिए मौत का मुह बन जाते हैं।कई लोगों की मौत इन गड्ढे में डूबने के कारण हो गई। डूब कर मरने वाले लोगों में इस वर्ष डेहरीडालमियानगर थाना क्षेत्र में तीन बच्चो की मौत सोन नदी में डूबने हुई है । इसी थना क्षेत्र के मकराइन गांव के दो किशोरियों की जान नदी में डूबने से हो गई। इंद्रपुरी थाना के कमरनगंज का एक मजदूर जनवरी माह में सोन नदी में डूब गया था जिससे उसी मौत हो गई। तिलौथू निवासी अवधेश चौधरी का 26 वर्षीय पुत्र नहाने के क्रम में डूब गया था । तिलौथू निवासी बबलू खान का 14 वर्षीय पुत्र नवाब खान की मौत नेटवर्क पकड़वाने के चक्कर में डूब गया था । जिससे उसकी मौत हो गई थी । अमझोर थाना क्षेत्र के भदसा गांव निवासी नरेश यादव की मौत भैंस चराने के क्रम में हो गई थी । इसी थाना क्षेत्र के कालीबीघा गांव निवासी सिंहासन सिंह यादव की मौत डिला पर से भैंस लेकर आने के क्रम में हो गई थी ।
अवैध खनन के अन्य परिणाम
जल स्तर का घटना- एक समय था जब नदी क्षेत्र का जल स्तर कभी कम नहीं होता था। अवैध खनन के कारण नदी क्षेत्र में जल स्तर लगातार गिरता जा रहा है। सोन तटीय लोगों को एक दशक पूर्व चालिस फीट पर चापाकल से पानी मिलता था। आज 75 फीट पर पानी मिलता है।
नदी का किनारे से दूर बहना- एक समय में नदी अपन तट पर उफनाती थी। अवैध खनन के कारण कई स्थानों पर नदी अपने किनारे से दूर प्रवाहित हो रही है। जानकारों के अनुसार सिल्ट जमा होने व खनन के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है।