डिजिटल टीम, चेन्नई। प्रसिद्ध वाइट्रियोरैटिनल सर्जन और शंकर नेत्रालय के संस्थापक डॉ0 एसएस बद्रीनाथ का मंगलवार का निधन हो गया। वे 83 साल के थे। अस्पताल के सूत्र ने यह जानकारी दी। चेन्नई में जन्मे बद्रीनाथ के परिवार में उनकी पत्नी बाल रोग विशेष्ज्ञ डॉ वसंती बद्रीनीथ और दो बेटे अनंत और शेषु हैं। डॉ बद्रीनाथ ने विदेश में पढ़ाई और रिसर्च पूरी करने के बाद 1978 में शंकर नेत्रालय की स्थापना की थी। यह भारत के बड़े चैरिटेबल और नॉन-प्राफिट अस्पतालों में से एक है। उनका यह अस्पताल गरीबोंके लिए एक मंदिर बन गया। डॉ0 बद्रीनाथ कोल 1983 में पद्म श्री और 1999 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। अन्नामलाई और तमिलनाडु डॉ0 एमजीआर मेडिकल यूनिवर्सिटी ने 1995 में उन्हे डॉक्टरेड की मानद उपाधी से सम्मानित किया था। डॉ0 एसएस बद्रीनाथ का जन्म 24 फरवरी 1940 को चेन्नई में हुआ था। उनके पिता एस श्रीनिवास राव इंजिनियर थे और उनकी मां वकील की बेटी थीं। जब वह छोटे थे तब ही डॉ0 बद्रीनाथ ने अपने माता-पिता को खो दिया था,पिता के मौत के बाद उन्होने जीवन बीमा से मिले पैसों से मेडिकल की पढ़ाई पूरी की और अपने करियर की शुरुआत न्यूयार्क में की ।