
डेहरी आन सोन रोहतास: डालमियानगर उद्योग समुह के क्वार्टर को खाली कराने का प्रयास बुधवार का असफल रहा। प्रशासनिक अधिकारी वापस लौट गए। बाहरी लोगों से क्वार्टर खाली कराने के लिए टाइमलाइन डिसाइड था। इसके लिए निर्धारित तिथि 29 नवंबर थी। शासकीय परिसमापक के अनुसार खाली कराने के प्रथम फेज में ए, बी सी और एस टाइप के 69 क्वार्टर शामिल थे। जिसमें बाहरी लोग रहते है। क्वार्टर खाली कराने गए एसडीएम अनिल कुमार सिंहा, एसडीपीओ विनीता सिंहा,अंचलाधिकारी अनामिका कुमारी द्वारा जब खाली कराने का प्रयास किया गया तो। उसमे रह रहे लोगो ने इसका विरोध किया। इस दौरान स्थानीय लोगों ने उच्च न्यायालय का हवाला देकर तथा खाली कराने से एक माह पूर्व ध्वनि विस्तारक यंत्र से सूचना नही किए जाने की बात कह खाली करने से इनकार कर दिया।
कल दोनो पक्षों से वार्ता के बाद खाली कराने की तिथि बढ़ाकर 7 दिसंबर तक की गई।शासकीय समापक ने कहा कि खाली कराने की कवायद 13 महीने से की जा रही है।और 25 नवंबर को 13 माह में चौथी बार ध्वनि विस्तारक यंत्र से की गई है।वर्तमान में 1471 क्वार्टर में 813 क्वार्टर जिसमे बाहरी लोग रहते है।जिसे 11 चरणों में 7 नवंबर से 27 फरवरी तक खाली कराए जाने है।प्रथम चरण के लिए 30 नवंबर तक डालमियानगर उद्योग पुंज के प्रतिनिधि के कार्यालय में अपना दावा आपत्ति क्वार्टर में रहने वाले जमा करे।वही शेष चरण में खाली करने वाले क्वार्टर के लोग 6 दिसंबर तक अपना साक्ष्य के साथ दावा आपत्ति जमा करे।की आखिर कैसे इसके हकदार है।दावा आपत्ति में अगर साक्ष्य को सही पाया गया तो राहत की गुंजाइश हो सकती है।पूर्व कर्मचारी का मतलब जो काम करते है।वो दवा करेंगे।उनका परिजन या रिश्तेदार नही।वही वार्ड पार्षद रितेश कुमार,रवि शेखर,विनय मिश्रा का कहना है कि जबतक मामला उच्चतम न्यायालय में चल रहा है। तबतक हमलोग को राहत दिया जाए।और विक्री में रहने वाले लोगो को प्राथमिकता दी जाए।अगर हम सक्षम नहीं होंगे क्रय करने में तो स्वतः खाली कर देंगे। प्रशासन की कोई आवश्यकता नहीं पड़ेगी।