
डिजिटल टीम, डेहरी-ऑन-सोन (रोहतास)। तिलौथू के सरस्वती विद्या मंदिर में नवीन सत्र हेतु आयोजित कार्यशाला के दूसरे दिन कार्यक्रम का समापन संघ प्रार्थना के साथ हुआ। इस दौरान चार सत्र संचालित हुए। प्रथम सत्र में आरएसएस के प्रांत कार्यवाह राजेंद्र प्रसाद का प्रभावपूर्ण संबोधन हुआ। मुख्य वक्ता के तौर पर उन्होंने प्राचीन भारतीय शैक्षणिक आदर्श तथा उस उसके क्षरण पर प्रकाश डाला। उन्होंने आचार्यों को कार्यक्षमता, नेतृत्व, व्यक्तित्व के विकास पर ध्यान देने को कहा। ज्ञान, प्रज्ञा तथा व्यवहार को संबोधित करने की सलाह दी। दूसरे सत्र में शिक्षण सामाग्री की व्सत्थितता विषय पर विद्यालय के उप प्रधानाचार्य सर्वेश चंद्र मिश्र ने अपनी बात रखी। उन्होंने प्रत्येक बिंदू को सहेजते हुए शिक्षा सामाग्री की उचित रख रखाव, देखभाल और उपयोग पर प्रकाश डाला। तीसरे सत्र में समय सारणी के निर्माण के महत्वपूर्ण बिंदूओं पर प्रधानाचार्य धनंजय शर्मा ने ध्यान आकृष्ट कराया। इसके अलावा अन्य सत्र में आईटीआई के प्राचार्य ने अन्य सत्र को संबोधित किया। मौक पर जंगलेश चौरसिया, महेंद्र ओझा उर्फ छोटी सहित अन्य मौजूद थे।