
डिजिटल टीम, डेहरी-ऑन-सोन (रोहतास)। रोहतास जिले के चुटिया थाना क्षेत्र के पंडुका गांव में इन दिनों एक भैंसा ने इस कदर आतंक मचाया हुआ है कि लोग घरों से निकलने में भी डर रहे हैं। शनिवार की रात पंडुका गांव निवासी 60 वर्षीय विश्वनाथ मेहता गांव के बधार स्थित अपने खेत में थे, कि भैंसा अचानक दौड़कर आया और उनके ऊपर हमलावर हो गया। वे कुछ समझ पाते तब तक पटक-पटक कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। बचाओ बचाओ की आवाज सुनकर ग्रामीण दौड़कर खेत की ओर गए, तो किसी प्रकार भैंसा को भगाकर किसान को घायल अवस्था में गांव लेकर आए। अस्पताल ले जाने के क्रम में उनकी मौत हो गई। सूचना पर पुलिस आई, लेकिन स्वजन ने पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया। एमएलसी प्रतिनिधि भानू प्रताप मिश्र के अनुसार 20 दिन पहले भी उक्त भैंसे ने एक युवक विजय मेहता को बांस के कोट में दबाकर गंभीर रूप से घायल कर दिया था, जिनकी इलाज के क्रम में 10 दिन पहले उसकी मौत हो गई। इसके अलावा उसके हमले में शंभू मेहता, जयराम मेहता, कुंदन यादव समेत एक दर्जन लोग घायल हो चुके हैं। भैंसा के आतंक से परछा, पंडुका, तिलोखर आदि गांव के लोग सड़क पर निकलना बंद कर दिए हैं।
बताते चलें कि ग्रामीणों द्वारा मामले की जानकारी सीओ, एसडीएम, वन विभाग व पशुपालन विभाग को दे दी गई है, लेकिन सभी एक दूसरे पर जिम्मेवारी टाल रहे हैं। अंतत: रविवार को ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद उक्त भैंसा को पकड़कर बांध दिया। इस मामले में पशुपालन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हमारा काम मवेशियों का इलाज करना है। वन विभाग के रेजर हेमचंद्र मिश्रा कहते हैं कि सिर्फ वन्य जीव ही वन विभाग के अधीन हैं। भैंसा वन्य जीव में नहीं आता है। उधर ग्रामीणों का कहना है कि सूचना देने बाद भी किसी विभाग के अधिकारी इस पर पहल नहीं कर रहे हैं, जिससे उनकी परेशानी बढ़ गई है।