नई दिल्ली। एनटीपीसी के नवीनगर सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट के स्टेज-2 के लिए निविदा की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और इसके लिए ग्लोबल निविदा निकाल दी गई है। इस संबंध में एनटीपीसी के द्बारा जारी एक सूचना के अनुसार निविदा दाखिल करने की अंतिम तिथि 12 जुलाई है और उसी दिन निविदा को खोलकर कार्य का आवंटन कर दिया जाएगा। इससे एनटीपीसी नवीनगर के स्टेज 2 में 800–800 मेगावाट यूनिट की तीन नई इकाइयों के जल्द ही स्थापित होना तय हो गया है। इस संबंध में एनटीपीसी तथा ऊर्जा मंत्रालय के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि 4 जून को बिड जारी कर दी गई थी। इसके अनुसार 12 जुलाई को शाम 3 बजे तक निविदा ली जाएगी इसके पश्चात उसी दिन शाम 5 बजे तक निविदा ओपन करते हुए कार्य आवंटन किया जा सकता है। इसके लिए निविदाकर्ता को 200 करोड रुपए की जमानत राशि जमा करनी होगी। इस निविदा में नई यूनिट के निर्माण से संबंधित तमाम गतिविधियां शामिल की गई हैं जिनमें डिजाइन, इंजीनियरिग, निर्माण, आपूर्ति, निर्माण, स्थापना, परीक्षण और कमीशनिग कार्य एकल बिदु जिम्मेदारी के आधार पर, स्टीम जेनरेटर और सहायक उपकरण, इलेक्ट्रोस्टैटिक प्रीसिपिटेटर, फ्लू गैस डिसल्फराइजेशन (एफजीडी) सिस्टम, बायोमास सह-फायरिग क्षमता, स्टीम टर्बाइन और सहायक उपकरण, एयर कूल्ड कंडेनसर, जेनरेटर और सहायक उपकरण, जेनरेटर बस डक्ट और संबंधित उपकरण, स्टेशन सहायक उपकरण सहित टीजी और एसजी के लिए ईसीडब्ल्यू सिस्टम, कंडेनसेट पॉलिशिग प्लांट (सीपीयू), सीएसटी, उपकरण, डक्ट, ऑक्स सहित एसीडब्ल्यू सिस्टम के संबंध में गतिविधियों और सेवाओं को पूरी तरह से कवर करना, सीटी से जुड़े सिविल कार्य, कच्चा जल प्रणाली और संबंधित विद्युत एवं सिविल कार्य, जल उपचार संयंत्र और एलईटीपी (अपशिष्ट जल आरओ प्रणाली, एफजीडी अपशिष्ट जल उपचार प्रणाली और सीएलओ 2 सहित) और संबंधित सिविल कार्य जिसमें अपशिष्ट गुणवत्ता निगरानी प्रणाली (ईक्यूएमएस), राख प्रबंधन और निपटान प्रणाली (प्लांट सीमा तक), कोयला और बायोमास प्रबंधन संयंत्र, चूना पत्थर और जिप्सम प्रबंधन संयंत्र, ईंधन तेल (एलडीओ) उतारने और भंडारण प्रणाली, मिल रिजेक्ट प्रबंधन प्रणाली, संपीड़ित वायु प्रणाली, अग्नि जांच और सुरक्षा प्रणाली, एयर कंडीशनिग और वेंटिलेशन सिस्टम, पावर साइकिल और स्टेशन पाइपिग, पावर ट्रांसफॉर्मर, संपूर्ण प्लांट सुविधाओं के लिए एचटी स्विचगियर, ट्रांसफॉर्मर यार्ड और संबंधित नियंत्रण और इंस्ट्रूमेंटेशन, एलटी इनडोर ट्रांसफॉर्मर, एमवी बस-डक्ट, डीसी बैटरी, बैटरी चार्जर, डीजी सेट, एलटी स्विचगियर और एलटी बस डक्ट, आउटडोर ट्रांसफॉर्मर, स्विचयार्ड, एचटी और एलटी पावर केबल, एलटी नियंत्रण केबल, बिजली संरक्षण, लाइटिग, केबलिग, अîथग, सभी नियंत्रण और इंस्ट्रूमेंटेशन अग्निरोधक केबल प्रवेश सीलिग सिस्टम, पाइप / केबल रैक, इमारतों की छतों पर सौर पीवी प्लांट, मुख्य पावर हाउस के सिविल, स्ट्रक्चरल और आर्किटेक्चरल कार्य, कॉमन कंट्रोल रूम, लिफ्ट के साथ चिमनी, ऑफसाइट क्षेत्रों के लिए अîथग मैट / ग्राउंडिग, विविध इमारतें और साइट लेवलिग, सड़कें और नालियाँ, भूमिगत सुविधाएँ जैसे जल निकासी, सीवरेज, खाइयाँ, पैकेज्ड सीवरेज ट्रीटमेंट सहित अन्य सिविल कार्य भी शामिल हैं।
सूत्रों का कहना है कि निविदा फाइनल किए जाने के तुरंत बाद ही निर्माण कार्य शुरू हो सकता है क्योंकि इसके लिए पर्याप्त जमीन और अन्य संसाधन पहले से ही एनटीपीसी नवीनगर के पास उपलब्ध हैं। उल्लेखनीय है कि एनटीपीसी के संपूर्ण स्वामित्व वाले नवीनगर सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट की वर्तमान बिजली उत्पादन क्षमता 1980 मेगावाट बिजली उत्पादन करने की है। हाल ही में केंद्र सरकार ने यहां 800–800 सौ मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता की तीन इकाइयों यानी कुल 2400 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता की एक अतिरिक्त इकाई के निर्माण को अपनी मंजूरी दी है। इस प्रकार अब एनटीपीसी नवीनगर द्बारा कुल 4380 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जाएगा और नवीनगर सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट का दर्ज़ा बढ़कर मेगा थर्मल पावर प्रोजेक्ट हो जाएगा। इस कार्य में लगभग 25000 करोड़ का निवेश होने की उम्मीद है जिससे पूरे बिहार की तस्वीर बदल जाएगी तथा बिहार अपनी उर्ज़ा जरूरत के लिए काफी हद तक आत्मनिर्भर हो जाएगा।
एनटीपीसी की बिजली उत्पादन क्षमता में होगा बड़ा इजाफा
नवीनगर सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट के स्टेज 2 में 800–800 मेगावाट की तीन यूनिट की स्थापना को मंजूरी मिलने के साथ-साथ मध्य प्रदेश के नरसिहपुर जिले में गाडरवारा सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट स्टेज 2 के अंतर्गत 800–800 मेगावाट की दो यूनिट की स्थापना तथा तेलंगाना में पड़ापल्ली जिले में स्थित तेलंगाना सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट स्टेज 2 के अंतर्गत 800–800 मेगावाट की तीन यूनिट की स्थापना को भी मंजूरी दे दी गई है और इसके लिए भी निविदा निकाल दी गई है। यानी एनटीपीसी ने कुल 6400 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता बढ़ोतरी की दिशा में अपने कदम बढ़ा दिए हैं। उल्लेखनीय है कि एनटीपीसी द्बारा संयुक्त उद्यम, सहायक कंपनियों तथा स्वयं एनटीपीसी समूह की कंपनियां के माध्यम से वर्तमान में कुल 76 हजार 48 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है।