संवाददाता, औरंगाबाद। औरंगाबाद जिले के नवीनगर में हुए चर्चित श्रेया हत्याकांड का शनिवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस हत्याकांड में शामिल मुख्य दो आरोपियों को पुलिस ने घटना में इस्तेमाल किए गए कार समेत गिरफ्तार किया है। इस संबंध में आयोजित प्रेस वार्ता में पुलिस अधीक्षक स्वप्ना गौतम मेश्राम ने बताया कि इस घटना के त्वरित उद्वेदन हेतु एक विशेष अनुसंधान दल का गठन किया गया था जिसमें अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर 1 संजय कुमार पांडेय, पुलिस उपाधीक्षक साइबर थाना डॉ अनु कुमारी, पुलिस निरीक्षक नवीनगर आंचल विमल कुमार, जिला आसूचना इकाई के प्रभारी शंभू कुमार, राम इकबाल यादव, संतोष कुमार, मुन्ना कुमार, नवीनगर थाना अध्यक्ष मनोज कुमार पांडेय एवं महिला थाना अध्यक्ष आरती कुमारी शामिल थे। एसपी ने बताया कि गठित टीम द्वारा विभिन्न जगहों का सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन, संभावित घटनास्थलों का निरीक्षण, कई लोगों से पूछताछ, प्रतिदिन कांड की समीक्षा, विधि–विज्ञान प्रयोगशाला पटना की टीम द्वारा बबलू चंदा गेस्ट हाउस, इंद्रपुरी बराज एवं घटना में प्रयुक्त ऑल्टो कार का नमूना लिया गया। इसके बाद टीम द्वारा ऑल्टो कार को विधिवत जप्त किया गया एवं शव को छिपाने, इंद्रपुरी बराज जाने में प्रयोग किए गए संभावित मार्ग सहित उपरोक्त सभी बिंदुओं पर गहन रूप से समीक्षा किया गया। वहीं घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस महानिरीक्षक मगध क्षेत्र गया के द्वारा भी घटनास्थल का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा–निर्देश दिया गया था।
इन सभी साक्ष्य के आधार पर नवीनगर थाना अंतर्गत बबलू चंदा गेस्ट हाउस के संचालक राकेश कुमार सिंह एवं उसके भाई धर्मेंद्र कुमार सिंह पिता दिलीप सिंह ग्राम कोसडिहरा को घटना में प्रयुक्त एक उजला रंग का ऑल्टो कार और दो मोबाइल फोन के साथ गिरफ्तार किया गया। इन्होंने बबलू चंदा गेस्ट हाउस के कमरा में नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म करने के उपरांत गला दबाकर हत्या करने, शव को छिपाने के नियत से कार के डिक्की में रखकर उसे इंद्रपुरी बराज में फेंक देने के बाद स्वीकार किया है।