डेहरी-आन-सोन (रोहतास)। इंद्रपुरी बराज से सोन नदी में शनिवार शाम को एक लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है । ऊपरी जलग्रहण क्षेत्र में कल रात हुई वर्षा से जलस्तर में थोड़ी वृद्धि हुई है । सोन नदी के ऊपरी जलग्रहण क्षेत्र से एक लाख 15 हजार क्यूसेक पानी पहुंच रहा था ।जिसमे से सोन नदी में 99 हजार 513 क्यूसेक पानी छोड़ा गया ।अनुमंडल प्रशासन ने सोन तटीय इलाके के लोगो को पुनः अलर्ट किया । जल संसाधन विभाग के अनुसार अभी ऊपरी ग्रहण क्षेत्र से कहीं से भारी मात्रा में पानी आने की सूचना नहीं मिली है। ऊपरी जल ग्रहण क्षेत्र में हो रहे वर्षा का ही पानी से सोन नदी का जल स्तर में थोड़ी वृद्धि हुई है। सात जिलों में फैले सोन नहर कमांड एरिया में बारिश होने के कारण नहरों में पानी की मात्रा कम की गई है। किसानों की मांग पर पश्चिमी संयोजक नहर में 5015 क्यूसेक पानी दिया जा रहा है।वही पूर्वी संयोजक नहर में 4007 क्यूसेक पानी बराज से छोड़ा गया है।
रिहंद जलाशय से आज 126 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। बाणसागर से पानी की आपूर्ति बंद करा दिया गया है ।अभी भी कई शाखा नहरों व वितरणीयो के अंतिम छोर तक पानी नहीं पहुंचा है ।वही कई इलाकों में रोपनी का कार्य पूर्ण होने व वर्षा होने के कारण पानी की मांग नही है ।भोजपुर जिले के लहठान वितरणी ,बिहिया शाखा नहर ,कटैया वितरणी में तातील प्रणाली के तहत पानी दिया जा रहा है ।सोन उच्च स्तरीय नहरी इलाके में रोपनी का कार्य लगभग पूर्णता पर है । मांग के अनुसार 302 क्यूसेक पानी दिया जा रहा है । डुमराव शाखा नहर में 302 क्यूसेक पानी अंतिम छोर पर रोपनी का कार्य जारी है।इस नहर में 710 क्यूसेक पानी दिया गया है ।
एसडीएम सूर्य प्रताप सिंह ने सोन तटीय इलाके के लोगो को सतर्क रहने को पुनः अलर्ट किया है। कहा है कि अधिक वर्षा होने के कारण सोन नदी का जलस्तर बढ़ने की संभावना है । सोन व नहरों में नहाने, तैराकी या अन्य प्रयोजनों से नही जाए ।बच्चों का विशेष रूप से ध्यान रखें।
कहते हैं अधिकारी
जल संसाधन विभाग के मॉनिटरिंग सेल के कार्यपालक अभियंता भारती रानी के अनुसार अभी कही से भारी मात्रा में पानी सोन में आने की सूचना नही है ।कई इलाकों में रोपनी का कार्य पूर्ण होने व वर्षा होने से पानी की पानी की मांग नही है । जिन वितरणी व शाखा नहरों के अंतिम छोर तक पानी नहीं पहुंचा है वहा तातिल प्रणाली लागू कर पानी पहुंचाया जा रहा है ।