डेहरी आन सोन।रोहतास जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय के प्रधान लिपिक पर एक सिपाही ने दस प्रतिशत राशि अपने बैंक खाता में रिश्वत लेकर टीए ( यात्रा भाता)बिल का भुगतान करने के आरोप में शाहाबाद प्रक्षेत्र के डीआईजी ने बुधवार शाम निलंबित कर दिया है ।जिला पुलिस बल के सिपाही ने बुधवार को डेहरी नगर थाने में प्राथमिकी के डी आईजी ने यह कारवाई किया है । पुलिस के अनुसार रोहतास जिला बल के सिपाही मोहम्मद नियाम ने डेहरी नगर थाना में प्राथमिकी में कहा है कि वे जुलाई 2020 में अपने अन्य सिपाही के पुलिस केंद्र से शिवसागर टोल प्लाजा पर ड्यूटी लगाया गया था। उनके साथ अन्य तीन सिपाहियो में राजकिशोर राय, भावेश कुमार, कमल किशोर गुप्ता के साथ कमान कटा था। बहा पर 84 दिन के ड्यूटी के पश्चात वे अपने तीनों सहयोगियों के साथ टी ए बिल पुलिस कार्यालय में जमा किया ।तीनों सहयोगियों का बिल पारित हो गया ।लेकिन उनके विपत्र को पारित नहीं किया गया। जब वे प्रधान लिपिक तुषार घोष से मिले तो उन्होंने एक अकाउंट नंबर दिया और बोला कि जब तक इस खाता में बिल रकम के रिश्वत की 10 प्रतिशत राशि नहीं डालोगे तब तक तुम्हारे बिल का भुगतान नहीं होगा। उन्हें अन्य सहयोगियों ने भी बताया कि जब तक उनके खाते में विपत्र के तय की गई राशि नहीं डाला जाता तब तक उसका भुगतान नहीं होता है। यह भी जानकारी मिली कि जो सिपाही उन्हे की राशि नहीं देता उनके बिल को लेखा शाखा से गायब कर अपने पर्सनल कस्टडी में रख लिया जाता है ।जिसे खोजने पर मिस्प्लेस बताया जाता है ।जबकि रिश्वत की राशि मिलते ही उन्हें टी ए की निकासी भी उनके द्वारा कर दी जाती है।
प्राथमिकी में कहा गया है कि जिला बल के सिपाही मदन कुमार महतो ने भी उन्हे बताया कि वर्ष 2020 का दावथ थाना पर प्रतिनियुक्ति के दौरान का लंबित बिल के भुगतान को उनके खाते में डाले गए ।पैसा डालने के बाद भी अब तक उनके विपत्र की निकासी नहीं की गई।
उन्होंने प्राथमिकी में आरोप लगाया है कि वर्ष 2020 के बाद के लाबित विपत्र की राशि के भुगतान को तय रिश्वत का रकम देने से इनकार करने पर प्रधान लिपिक द्वारा बदले की भावना से अब तक कई सिपाहियो के बकाए राशि का भुगतान नहीं किया गया है। जब उन्होंने प्रधान लिपिक से इसकी जानकारी की तो उन्होंने कहा कि अभी तो एक दो साल ही बिल का हुआ है ।जब तक रिश्वत की राशि नहीं दोगे तब तक किसी के पास चले जाओ तुम्हारे विपत्र का का भुगतान नहीं होगा।
उन्होंने इसकी शिकायत गत 5 जुलाई को वरीय अधिकारियों से किया। वरीय अधिकारियों के पूछताछ के बाद प्रधान लिपिक ने इस माह अगस्त माह में विपत्र की राशि की निकासी की गई।उसे पूरा भला बोलने वालों की कितनी बार और कहीं-कहीं आवेदन दोगे तुम्हारे जैसे सैकड़ों सिपाही मेरे पास 2020 से दौड़ रहे हैं ।बिना तय राशि दिए किसी के बकाए बीपत्र की निकासी नहीं होगी।
डीआईजी नवीन चंद्र झा के अनुसार डेहरी नगर थाने में रोहतास एसपी कार्यालय के प्रधान लिपिक द्वारा सिपाहियों से 10 प्रतिशत रिश्वत बैंक खाते में जमा कर भुगतान की प्राथमिक की दर्ज होने की सूचना मिली उन्होंने तत्काल प्रधान लिपिक तुषार घोष को निलंबित कर दिया है। एसपी रोहतास से इस मामले की त्वरित जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। उन्होंने इस मामले में अन्य कर्मियों की भी संलिप्त की जांच करने और उन पर भी कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।