डिजिटल टीम, डेहरी-ऑन-सोन (रोहतास)। डेहरी के महिला कॉलेज में सोमवार को बांग्ला भाषा, साहित्य और संस्कृति पर आधारित एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। इस मौके पर हिन्दी विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ हरेंद्र कुमार सिन्हा ने बांग्ला भाषा साहित्य और संस्कृति के क्रमिक विकास को रेखांकित करते हुए इसकी महत्ता पर प्रकाश डाला। प्रो डॉ मधुरिमा मिश्रा ने बंगला संस्कृति, रीति रिवाज और भाषा की समृद्ध विरासत की विवेचना है। सेमिनार के समन्वयक डॉ तिलोक मंडल ने विभिन्न कवियों और साहित्यकारों का परिचय देते हुए उनकी कृतियों से परिचय कराया। सहायक प्राध्यापक डॉ राजीव कुमार ने बंगाली रीति रिवाजों का सुक्षमता से विश्लेषण किया। मुख्य वक्ता डॉ नीलकमल बागुई ने मुख्य साहित्यकारों की जानकारी दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ दिग्विजय सिंह ने की। उन्हबोंने साहित्य के विकास यात्रा को रेखांकित किया। मंच संचालन डॉ हरेंद्र कुमार सिन्हा ने किया। इस मौके पर डॉ अजय कुमार सिन्हा, डॉ जयराम सिंह, डॉ खुशबू, डॉ अन्नू, डॉ उपासना, डॉ प्रीतिका, डॉ विजय शंकर शर्मा, डॉ सुधा कुमारी गुप्ता, संगीता साही मौजूद थे।