डिजिटल टीम, औरंगाबाद। औरंगाबाद जिले के नवीनगर के भारतीय रेल बिजली कंपनी की थर्मल पावर परियोजना को पूरी तरह प्रदूषण से मुक्त रखने के लिए अत्यधिक प्रदूषण नियंत्रण संयंत्र स्थापित किया जाएगा। कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीजेसी शास्त्री ने सोमवार को आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि इस प्रदूषण नियंत्रण संयंत्र की स्थापना करीब 700 करोड़ रुपए की लागत से की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस संयंत्र को दिसंबर 2026 तक स्थापित कर लिया जाएगा और इसके बाद यह परियोजना 99 प्रतिशत से अधिक प्रदूषण मुक्त हो जाएगी। वैसे वर्तमान में इस अत्याधुनिक बिजली संयंत्र में प्रदूषण की बिल्कुल कम गुंजाइश है। श्री शास्त्री ने कहा कि इस परियोजना में एक सोलर पावर प्लांट स्थापित करने का निर्णय लिया जा रहा है जिसकी कुल उत्पादन क्षमता 22 मेगावाट होगी। सोलर पावर प्लांट की स्थापना पर 100 करोड़ रुपए से अधिक की लागत आएगी। यह औरंगाबाद जिले में पहला सोलर पावर प्लांट होगा।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने बताया कि भारतीय रेल बिजली कंपनी की नबीनगर परियोजना की कुल विद्युत उत्पादन क्षमता 1000 मेगावाट है जिसकी 90% उत्पादित बिजली भारतीय रेलवे को दी जाती है जबकि 10% यानी 100 मेगावाट बिजली बिहार को मिलती है। उन्होंने कहा कि रेलवे को कुल बिजली आवश्यकताओं की 25 प्रतिशत पूर्ति भारतीय रेल बिजली कंपनी की नबीनगर प्रोजेक्ट से हो रही है यानि देश की 25% ट्रेनें औरंगाबाद में बनी बिजली से चल रही हैं।
श्री शास्त्री ने बताया कि पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान इस परियोजना को 576 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा हुआ था जिसमें एनटीपीसी की हिस्सेदारी 74 प्रतिशत और भारतीय रेलवे की हिस्सेदारी 26 प्रतिशत थी।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने बताया कि सामाजिक निगमित दायित्व के तहत बीआरबीसीएल की ओर से औरंगाबाद में एक ट्रामा सेंटर का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि औरंगाबाद में एशियन हाइवे तथा अन्य राष्ट्रीय-राजकीय राजमार्गों पर सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से एक ट्रामा सेंटर के निर्माण के लिए बीआरबीसीएल को प्रस्ताव दिया गया है। इस संबंध में स्थल चयन होने के बाद बीआरबीसीएल की ओर से ट्रामा सेंटर का निर्माण कराया जाएगा जिस पर एक करोड़ 75 लाख रुपए से अधिक की लागत आएगी।
गौरतलब है कि बीआरबीसीएल की नबीनगर परियोजना में ढाई-ढाई सौ मेगावाट उत्पादन क्षमता की कुल चार इकाइयां स्थापित हैं और इसका निर्माण 8000 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से कराया गया है। प्रेस वार्ता के दौरान महाप्रबंधक परियोजना संदीप दास, अपर महाप्रबंधक मानव संसाधन अनिरुद्ध सिंह, मुख्य वित्त अधिकारी विजय श्री रंगनाथन तथा निगम संचार कार्यपालक दिव्या बत्रा भी उपस्थित थे।