समस्तीपुर. डा.राजेंद्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय,पूसा के कुलपति डा.पी.एस.पाण्डेय ने कहा कि दीक्षारम्भ का उदेश्य नई शिक्षा नीति के तहत छात्रों का चरित्र निर्माण कर उनके बहुमुखी प्रतिभा का विकास करना है।
कुलपति श्री पाण्डेय शुक्रवार को समस्तीपुर जिले के पूसा स्थित डा.राजेंद्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित 15 दिवसीय तृतीय दीक्षारम्भ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा 2022 मे दीक्षारम्भ कार्यक्रम शुरू किया गया था जो आज पूरे देश के विश्वविद्यालयों मे इसे लागू किया गया जो एक गौरव की बात है। कुलपति ने कहा कि किसानों के आर्थिक विकास के लिए कृषि वैज्ञानिकों द्वारा लगातार नये तकनीक विकसित कर शोध कार्य को खेतों तक पहुंचाया जा रहा है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वरिष्ठ पत्रकार एवं दूरदर्शन के पूर्व अपर महानिदेशक सुधांशु रंजन ने कहा कि डा.राजेंद्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय का कृषि क्रांति मे महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि छात्रों एवं किसान का संगम स्थल है यह कृषि विश्वविद्यालय। उन्होंने कहा कि कृषि ज्ञान का भंडार है और छात्र इस ज्ञान के भंडार को प्राप्त कर देश को विकसित राष्ट्र बनाने में अग्रणी भूमिका निभाये। श्री रंजन ने कहा कि बच्चों को नैतिक शिक्षा मिले तो बच्चों का चरित्र का निर्माण होगा। इसलिए ज्ञान और ईमान का साथ-साथ विकास हो तो हमारा समाज और देश तीब्र गति से विकसित करेगा।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा.मृत्युंजय कुमार समेत अन्य वैज्ञानिकों ने दीक्षारम्भ पर प्रकाश डाला।
दीक्षारम्भ से छात्रों का होगा चरित्र निर्माण और प्रतिभा का विकास-डा.पीएस पाण्डेय
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