नौहट्टा। थाना क्षेत्र के बधार में लगे फसल को रात में झुंड बनाकर आने वाले आवारा पशु भारी नुकसान पहुँचा रहे हैं । किसान फसल को बचाने के लिए रतजगा कर रहे है।रात दस बजे के बाद खेत के पहरेदारी के लिए घर से किसान निकल जा रहे है।किसान बताते है कि जंगली व घरेलू आवारा पशुओं के आतंक से परेशान हैं। रात के समय पशु धान के फसल को भारी नुकसान पहुंचा रहे है वहीं जंगली सुअर धान बाली को पी जा रहे हैं। दर्जनों किसानो का धान का नुकसान हुआ है। जानकारी के अनुसार सोनडीला मे करीब दो सौ अवारा मवेशी व जंगली सुअर है। सोनडीला का जमीन का जुताई कर आलू रोपा जा रहा है। जिससे सोनडीला मे घास की कमी हो गयी है। घास के तलाश मे रात मे मवेशी गांव के बधार में पहुंच धान की फसल को चर जा रहे। इन दिनो धान मे बाली दूध भरा हुआ है। जंगली सुअर धान के बाली का दूध पी जा रहे है। दारानगर के बिरजू चौधरी, बनारसी चौधरी, चंदन पाठक, नागेंद्र चौधरी, पीढापाठ के रसीक बिहारी, बेलौजा के मंगर यादव, उदय साह, राजनाथ चौधरी. नेपाल प्रजापति आदि के धान का फसल का काफी नुकसान हुआ है। किसान रामनाथ चौधरी बताते है कि आसपास के गांव के लोग जून मे ही सोनडीला पर मवेशी छोड़ दिए है जबतक मवेशी बच्चा नही देती तब तक घर नहीं ले जाते हैं। ऐसे मे वे मवेशी फसल का नुकसान करते रहते हैं। जब मवेशी पकड़ा जाता है झगड़ा झंझट कर मवेशी को ले जाते हैं। क्षेत्र मे काजीहाउस की भी व्यवस्था नहीं है जिसके कारण परेशानी काफी है।रात में यदि जाल लगाकर पशु को किसान पकड़ भी लेते है तो पशु मालिक झगड़ा कर अपना पशु ले जाते हैं। दारानगर के अनिल कुमार ने बताया कि एक गाय को झुंड से पकड़ लिया था। चार दिन के बाद गाय का मालिक दस लोगों को लेकर पहुँच गया और गाय को ले गया।रेंजर हेमचंद्र मिश्रा ने बताया कि फसल क्षति का आवेदन सीओ द्वारा अनुशंसित कराकर वन विभाग को देने पर मुआवजा की प्रक्रिया की जाएगी