प्रीतम कुमार, सासाराम। ग्रामीण चिकित्सकों की समस्याओं पर राज्य सरकार का ध्यान नहीं है। जबकि इनकी संख्या पूरे प्रदेश में तीन लाख के करीब है। ग्रामीण चिकित्सकों की नियुक्ति के मामले में भी किसी भी तरह की पहल नहीं हो सकी। उक्त बातें एकेएफ ग्रामीण चिकत्सक मंच के अध्यक्ष सह संरक्षक डॉ आलोक कुमार तिवारी ने रोजा रोज स्थित एक निजी चिकित्सालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा कि नारा लगाने के लिए और नेताओं के आगे पीछे घूमने के ग्रामीण चिकित्सक नहीं है। आशा बहनों की तरह ग्रामीण चिकित्सकों की नियुक्ति जल्द करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इन सब मामलों पर चर्चा और विमर्श के लिए राज्य स्तरीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। एकेएफ ग्रामीण चिकित्सक मंच के बैनर तले 8 दिसंबर को सासाराम में इसका आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान ग्रामीण चिकित्सकों के अधिकारों पर बातचीत होगी। इस दौरान रणनीति तैयार कर केंद्र और राज्य सरकार पर दबाव डाला जाएगा।