सासाराम: चर्चित एवं वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी विकास वैभव के नेतृत्व में चलाए जा रहे अभियान लेट्स इंस्पायर बिहार द्वारा सासाराम के फजलगंज स्टेडियम में आयोजित नमस्ते बिहार: तृतीय बृहत जनसंवाद” में करीब पचास हजार से ज्यादा लोगों ने एक साथ हांथ उठाकर बिहार बदलने का संकल्प लिया। विकास वैभव के आह्वान पर रोहतास एवं बिहार के अन्य जिलों से बिहार बदलने का संकल्प मन में लिए आए लोगों से सासाराम का फजलगंज स्टेडियम खचाखच भरा था। कदम-कदम पर उनके स्वागत के लिए उत्साहित लोगों का आलम यह था कि उन्हें शहर के गांधी चौक से स्टेडियम पहुंचने में करीब दो घंटे का वक्त लग गया। लोग जगह-जगह बैंड बाजे एवं फूल मालाओं के साथ उनके स्वागत को तत्पर थे। अपने चहेते आईपीएस अधिकारी की एक झलक पाने को लेकर लोग शहर से लेकर स्टेडियम तक बेताब दिखे। पूरा शहर लेट्स इंस्पायर बिहार एवं विकास वैभव के पोस्टरों से पटा पड़ा था।
विदित हो कि बिहार के उज्ज्वलतम भविष्य निर्माण हेतु संकल्पित अभियान लेट्स इंस्पायर बिहार अभियान का आरंभ 22 मार्च, 2021 को बिहार के चर्चित आईपीएस अधिकारी विकास वैभव के आह्वान पर हुआ था। इसका उद्देश्य 2047 तक विकसित भारत में एक ऐसे विकसित बिहार के निर्माण का है जिसमें किसी व्यक्ति को शिक्षा, रोजगार अथवा स्वास्थ्य के लिए अन्यत्र जाने की आवश्यकता न हो। शिक्षा, समता तथा उद्यमिता के मूल मंत्रों पर आधारित इस अभियान में मातृभूमि की समृद्ध विरासत से प्रेरणा लेकर लघुवादों (यथा जातिवाद, सम्प्रदायवाद, लिंगभेद इत्यादि) से उपर उठकर राष्ट्रहित में योगदान करने की परिकल्पना है।
इस अभियान से अभी तक लगभग डेढ़ लाख से अधिक लोग (150000+) स्वैच्छिक रूप से जुड़कर सकारात्मक योगदान समर्पित करने का प्रयास कर रहे हैं, जिसमें बिहार के समस्त जिलों में कार्यरत अध्यायों के अलावा देश के लगभग हरेक बड़े शहरों एवं विदेशों तक में स्थापित अध्याय शामिल हैं।
अभियान के अंतर्गत बिहार में उद्यमिता की व्यापक क्रांति लाने का लक्ष्य है जिससे बिहार में ही रोजगार का अधिकाधिक सृजन हो सके। हर बिहारवासी को शिक्षित एवं स्किल्ड बनाने के लिए समाज के हर वर्ग को जोड़कर एक व्यापक इकोसिस्टम निर्मित करने की आवश्यकता है जिसमें जो युवा स्वरोजगार, स्टार्ट-अप, उद्यम एवं व्यवसाय की ओर बढ़ते हैं उन्हे आवश्यक हरसंभव सहयोग एवं मार्गदर्शन दिया जा सके। उद्यमिता की क्रांति के बीजारोपण के लिए बिहार के हर जिले में 2028 तक अभियान के माध्यम से सौ से अधिक व्यक्तियों (100+) को रोजगार प्रदान करने की क्षमता वाले कम से कम 5 सफल स्टार्टअप स्थापित करने का लक्ष्य है। इसी उद्देश्य को लेकर बीते 25 अगस्त, 2024 को पटना के विद्यापति सभागार में स्टार्ट-अप समिट का आयोजन किया गया था और आगामी 22 दिसंबर, 2024 को दिल्ली के भारत मंडपम में बिहार @ 2047 विजन काॅन्क्लेव (सीजन 2) का आयोजन होना निश्चित है।
अभियान के संदेशों को हर ग्राम-नगर के जन-जन तक पहुंचाने तथा उद्देश्यों में समाज के हर वर्ग की अधिकाधिक सहभागिता के लिए बृहत जन संवादों का प्रारंभ बेगूसराय से बीते 10 दिसंबर, 2023 को किया गया जिसमें पचास हजार से अधिक लोग (50,000+) सम्मिलित हुए। तत्पश्चात 21 जनवरी, 2024 को आरा के महाराजा काॅलेज में द्वितीय बृहत जन संवाद का आयोजन किया गया और जिसके बाद आज सासाराम के फजलगंज स्टेडियम में आयोजित यह तृतीय बृहत जनसंवाद था। इसके बाद आगामी 8 दिसंबर, 2024 को छपरा (सारण) में चतुर्थ एवं 9 फरवरी, 2025 को हाजीपुर (वैशाली) में पंचम बृहत जन संवाद मुक्ताकाश में निर्धारित है।
इस अभियान के अंतर्गत अभी तक बिहार के सभी जिलों में, भारत के प्रमुख महानगरों में तथा विदेशों में अभी तक 1600 से अधिक कार्यक्रम हो चुके हैं। अभियान के अंतर्गत आज दस हजार (10,000) से अधिक सफल उद्यमी साथ जुड़कर स्वैच्छिक योगदान कर रहे हैं। अभियान के अंतर्गत अनेक स्टार्टअप सम्मेलनों तथा वाइब्रेंट बिहार ग्लोबल काॅन्क्लेव का आयोजन पटना में वर्ष 2022 तथा 2023 में किया गया है। दिल्ली के एनडीएमसी सभागार में वर्ष 2021 में बिहार उद्यमिता सम्मेलन तथा 2023 में बिहार विजन @ 2047 काॅन्क्लेव का सफल आयोजन किया गया। दुबई, दिल्ली, मुंबई, बेंगलूरू, हैदराबाद, पुणे और वडोदरा में भी बिहार संवाद कार्यक्रमों के माध्यम से उद्यमियों को अभियान के साथ जोड़ा गया है। अनेक सफल उद्यमी ऐसे समिट में समय-समय पर स्टार्ट-अप को सलाह देते रहते हैं। चिकित्सकों द्वारा स्थापित जीवक अध्याय द्वारा आयोजित 250 से अधिक निःशुल्क स्वास्थ्य शिविरों में पैंतीस हजार से अधिक वंचितजन (35,000+) लाभान्वित हो चुके हैं। महिलाओं द्वारा स्थापित गार्गी अध्याय द्वारा आज बिहार के 8 जिलों में वंचित विद्यार्थियों के लिए 18 गार्गी पाठशाला केन्द्रों पर निःशुल्क शिक्षादान समर्पित किया जा रहा है तथा वंचित महिलाओं के स्वरोजगार हेतु गार्गी कला कौशल केंद्रों तथा गार्गी कृत्या के माध्यमों से उत्कृष्ट प्रयास किया जा रहा है। बिहार के अनेक जिलों यथा सिवान, पटना, गया, औरंगाबाद, मधुबनी, समस्तीपुर, बेगूसराय में निःशुल्क शिक्षा केंद्र चल रहे हैं।
आज सासाराम के फजलगंज स्टेडियम में आयोजित तृतीय बृहत जनसंवाद में मुख्य अतिथि के रुप में विकास वैभव मंच पर स्वयं उपस्थित थे। विशिष्ट अतिथियों में गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति गोपाल नारायण सिंह, प्राइवेट स्कूल्स एन्ड चिल्ड्रेन वेल्फेयर एशोसियेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद, गुजरात अध्याय से जुड़े प्रमुख उद्योगपति निशिकांत सिन्हा, संत पाॅल स्कूल सासाराम के निदेशक डाॅ एसपी वर्मा, पूर्व मंत्री ददन यादव (पहलवान), गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के सचिव गोविंद नारायण सिंह, डिवाइन पब्लिक स्कूल के निदेशक अखिलेश सिंह, एम्बिशन लाॅ स्कूल के निदेशक आलोक रंजन, प्रमुख समाजसेवी सत्यनारायण स्वामी, स्वामी नारायण गिरी, श्याम नारायण उरांव, जी एम अंसारी, राम अवतार राय, कृष्णा यादव, मधु उपाध्याय, डाॅ प्रीति बाला, प्रो गुरूचरण सिंह, अमरेंद्र मिश्रा, उर्मिला कुशवाहा सहित अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने शिरकत किया।
उत्साहित लोगों से खचाखच भरे स्टेडियम को संबोधित करते हुए वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी विकास वैभव ने कहा कि जाति-संप्रदाय के बंधनों से ऊपर उठकर इतनी बड़ी संख्या में यह उपस्थिति इस बात का सुखद संकेत है कि बिहार केवल उनका नहीं जो इसे सिर्फ जाति एवं संप्रदाय के चश्मे से देखते हुए इसे खंड-खंड होते देखना चाहते हैं, बल्कि यह उनका भी है जो इन लघुवादों से ऊपर उठकर बिहार को इसके ऐतिहासिक उत्कर्ष को पुनः ले जाने का सपना देखते हैं। उन्होंने आगे कहा कि बिहार का विकास तब तक संभव नहीं है जब तक हम लघुवादों यथा जातिवाद, संप्रदायवाद, लिंगभेद इत्यादि से ऊपर उठकर समाज के हीत में योगदान समर्पित नहीं करेंगे। उन्होंने उपस्थित श्रोताओं को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार प्राचीन काल से ही उधमिता की भूमि रही है। कौटिल्य का अर्थशास्त्र भी इसी भूमि से निकला है। जब परिवहन और प्रौधोगिकी के वर्तमान आधुनिक साधन उपलब्ध नही थे हम व्यापार में इतना उत्कृष्ट थे कि हमारा व्यापारिक संबंध वियतनाम तक फैला हुआ था। तो अभी हम उस उत्कृष्टता को क्यों नही प्राप्त कर सकते? उन्होंने कहा कि किसी भी सरकार के लिए यह संभव नहीं है कि सारे युवाओं को नौकरी दे सके, अतः हमें उद्यमिता के लिए प्रयास करना ही पड़ेगा। विकास वैभव ने कहा कि यदि हम संकीर्णतावाद से ऊपर उठकर सोंचने लगे तो निश्चित रूप से बिहार फिर उसी ऐतिहासिक उत्कृष्टता को प्राप्त करेगा। उन्होंने स्वयं रोहतास का उदाहरण देते हुए समझाया कि इस जिले में परिवर्तन कब संभव हो सका, जब हमने अपने समृद्ध सांस्कृतिक इतिहास एवं ऐतिहासिक महापुरुषों से प्रेरणा लेकर बदलाव के लिए पहल की।
विदित हो कि विकास वैभव पूर्व में रोहतास जिले के पुलिस कप्तान रह चुके हैं, और यहां सेवा में रहते हुए उन्होंने आमजन के सहयोग से नक्सलियों के खिलाफ एक बहुत बड़ा मोर्चा खोला था, और रोहतास जिले से नक्सलियों का सफाया किया था। जो ऐतिहासिक रोहतासगढ़ किला पहले माओवादियों का गढ़ माना जाता था, और जहां डर के कारण पर्यटक तो दूर कोई आम ग्रामीण भी नहीं जाना चाहता था, वहां विकास वैभव ने पुलिस कप्तान रहते हुए माओवादियों को खदेड़ भगाया था एवं आजादी के बाद पहली बार रोहतासगढ़ किले पर तिरंगा फहराया था। यही कारण है कि रोहतास के लोग अभी भी अपने चहेते अधिकारी को सर आंखों पे बैठाए रहते हैं।
सभा को संबोधित करते हुए प्राइवेट स्कूल्स ऐंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद ने कहा कि विकास वैभव जी का उद्देश्य बहुत पवित्र है और हमें समाज के रूप में उनके साथ खड़ा होना होगा। गुजरात अध्याय से जुड़े प्रमुख उद्योगपति निशिकांत सिंहा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बिना उधमिता के बिहार का विकास संभव नहीं है, और इसके लिए हम सबको विकास वैभव के नेतृत्व में गंभीर पहल करनी होगी।
संत पॉल स्कूल, सासाराम, के निदेशक डॉo एसपी वर्मा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा, समता और उद्यमिता से ही बिहार का कायाकल्प संभव है। डिवाइन पब्लिक स्कूल के निदेशक अखिलेश सिंह ने भी शिक्षा को अपने तीन प्रमुख उद्देश्यों में शामिल करने के लिए लेट्स इंस्पायर बिहार की सराहना की।
गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के सचिव गोविंद नारायण सिंह ने विकास वैभव के पहल की सराहना करते हुए कहा कि इस अभियान में बिहार को पुनः शिखर पर पहुंचाने की असीम संभावना है।
देश के जाने माने लॉ गुरु एवं दिल्ली स्थित चर्चित एंबीशन लॉ स्कूल के निदेशक आलोक रंजन ने उपस्थित लोगों से आह्वान किया कि बिहार को आगे ले जाने के लिए वे लेट्स इंस्पायर बिहार से जुड़कर विकास वैभव का दिल से साथ दें।
इसके अलावा सभा को अन्य लोगों ने भी संबोधित किया जिसमें प्रमुख समाजसेवी सत्यनारायण स्वामी, स्वामी नारायण गिरी, श्याम नारायण उरांव, जी एम अंसारी, राम अवतार राय, कृष्णा यादव, मधु उपाध्याय, लेट्स इंस्पायर बिहार गार्गी चैप्टर से डॉक्टर प्रीति बाला, प्रोफेसर गुरुचरण सिंह, अमरेंद्र मिश्रा, उर्मिला कुशवाहा समेत अन्य गणमान्य लोगों ने सभा को संबोधित करते हुए अपने विचार रखे। मंच संचालन वरिष्ठ पत्रकार प्रभाकर राय ने किया।
लेट्स इंस्पायर बिहार रोहतास चैप्टर के कॉर्डिनेटर एवं कार्यक्रम के मुख्य आयोजकों में से एक यश उपाध्याय ने इस जनसंवाद की असीम सफलता पर दिली प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि यह बिहार के लोगों का विकास वैभव के प्रति अटूट लगाव ही है जिसके कारण आज करीब पचास हजार से अधिक लोग उन्हें फजलगंज स्टेडियम में सुनने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि बिहार, विकास वैभव की तरफ एक बहुत बड़े आशा एवं विश्वास की निगाह से देख रहा है।
स्टेडियम में मौजूद भीड़ की उत्साहपूर्ण आंखों में निश्चित ही यह संच तैर रहा था।