डिजिटल टीम, डेहरी-ऑन-सोन (रोहतास)। इन्द्रपुरी स्थित अमलतास कॉलेज आॉफ एजुकेशन के बहुउद्देशीय हॉल में मंगलवार को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संतूर वादक पंडित तरुण भट्टाचार्य और उनके साथ तबला पर संगत कर रहे ज्योतिर्मय रॉय चौधरी की जुगलबंदी ने सबको मंत्र-मुग्ध कर किया | कार्यक्रम की शुरुआत, अध्यक्ष श्री रणजीत सिन्हा, उपाध्यक्ष रंजना सिन्हा, ट्रस्टी श्रीमती सलोनी सिन्हा ने संयुक्त रूप से मंत्रोचार के साथ दीप प्रज्वलित कर किया | तदोपरांत कुलगीत से वातावरण गुंजायमान हो उठा | मौके पर महाविद्यालय के सभी सहायक प्राध्यापक, पुस्तकालयाध्यक्ष, कार्यालय कर्मी, बीएड एवं डीएलएड के सभी शिक्षक प्रशिक्षु, महिला मंडल, एवं आस-पास के सभी गणमान्य इस अविस्मरणीय पल का गवाह बने |
कार्यक्रम में भारत के प्रख्यात संतूर वादक पंडित तरुण भट्टाचार्य जो संतूर वादन में नए आयाम को जोड़ने के लिए जाने जाते हैं और उनके साथ तबला पर संगत कर रहे ज्योतिर्मय रॉय चौधरी ने पंडित रविशंकर द्वारा बनाई गई कई राग पर मनमोहक प्रस्तुति दी |
‘कार्यक्रम आईआईटी दिल्ली के प्रोफेसर रहे डा० किरण सेठ के द्वारा स्थापित संस्था ‘स्पिक मैके’ बच्चों एवं युवाओं के बीच शास्त्रीय संगीत, नृत्य, वाद्य-वादन, रंगमंच एवं लोकनृत्य आदि को बढ़ावा देने के लिए आयोजित थी | SPIC MACAY का उद्देश्य भारतीय विरासत के विभिन्न पहलुओं के बारे में जागरूकता बढ़ाकर और इसमें निहित मूल्यों को आत्मसात करने के लिये युवाओं को प्रेरित कर औपचारिक शिक्षा की गुणवत्ता को समृद्ध करना है ।‘
कार्यक्रम की अंतिम कड़ी में दोनों कलाविदों को महाविद्यालय द्वारा सम्मानित किया गया |
अध्यक्ष श्री रणजीत सिन्हा ने पंडित भट्टाचार्य को पुष्प गुच्छ एवं शॉल देकर सम्मानित किया वहीं ट्रस्टी श्रीमती सलोनी सिन्हा ने ज्योतिर्मय रॉय चौधरी को पुष्प गुच्छ एवं शॉल देकर सम्मानित किया | सोनाली कुमारी ने मंच संचालन एवं पंडित तरुण भट्टाचार्य का जीवन परिचय प्रस्तुत किया | धन्यवाद ज्ञापन सोनल कुमारी ने किया |
शिक्षक प्रशिक्षण का एक अभिन्न अंग के रूप में सह-शैक्षिक गतिविधियों को महाविद्यालय हमेशा गंभीरता से लेती है | कला, रंगमंच, खेलकूद एवं अन्य गतिविधियों के प्रशिक्षण हेतु समय-समय पर कार्यशालाओं, सेमिनारों एवं अन्य आयोजनों के लिए देश एवं विदेश से ख्याति प्राप्त विद्वानों, कलाविदों एवं प्रशिक्षकों को आमंत्रित करती है |
सम्पूर्ण आयोजन ट्रस्टी श्रीमती सलोनी सिन्हा के निर्देशन में संपन्न हुआ | अलग-अलग जिम्मेदारी में असि० प्रो० रोशन कुमार, असि० प्रो० शशि कुमार शेखर, असि० प्रो० जगमोहन चौधरी, असि० प्रो० अभिषेक पाठक, असि० प्रो० पृथ्वी राज, असि० प्रो० अखिलेश श्रीवास्तव एवं असि० प्रो० राजेश्वर विश्वकर्मा ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई | सम्पूर्ण कार्यक्रम में सहयोग पुस्तकालयाध्यक्ष सुमंत कुमार, कार्यालय सहायक नंदू कुमार, महाविद्यालय कर्मी विद्या सागर, छोटू बाबु, मोनू कुमार, लालमुनी देवी आदि का था |