
मोदी-नीतीश के नेतृत्व में विकास तेज, पुल के लिए अब बलिदान नहीं देना पड़ता:सम्राट चौधरी
पटना। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि महनार (वैशाली) में बाबा गणिनाथ सेवाश्रम के तीन दिवसीय मेला आयोजन के लिए राज्य सरकार ने 30 लाख रुपये की स्वीकृति दी है। यह मेला हलवाई समाज की अस्मिता और परम्परा से जुड़ा है। रविवार काे वंशी चाचा शहादत समारोह-सह- कानू हलवाई अधिकार महारैली में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में न्याय के साथ सभी वर्गों का विकास किया जा रहा है। डबल इंजन सरकार में विकास तेजी से हो रहा है और अब सडक-पुल के लिए किसी को बलिदान नहीं देना पड़ता।
उन्होंने कहा कि एक दौर था, जब स्वतंत्रता सेनानी वंशी चाचा को बागमती नदी पर एक पुल बनाने के लिए आत्मदाह करना पड़ा था। यह दौर लालू परिवार के शासन का था जबकि आज बिहार में सैंकड़ों छोटे-बड़े पुलों का निर्माण हो रहा है। फोरलेन सड़क, पुल, फ्लाईओवर और मेगा ब्रिज बन रहे हैंं, जिससे रोजगार के अवसर बढे हैं।
उन्हाेंने याद दिलाया कि जिस पुल के लिए वंशी चाचा को आत्मदाह करना पड़ा, उसका निर्माण एनडीए सरकार के तत्कालीन उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के प्रयासों से शुरू हुआ और केंद्रीय मंत्री प्रमोद महाजन ने उस पुल का उद्घाटन किया था।
उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के समय 2005 तक बिहार में न कोई नया मेडिकल कालेज खुला, न कोई विश्वविद्यालय बना, जबकि नीतीश सरकार ने 30 नए मेडिकल कॉलेज बनाने का निर्णय किया। पहले अंग्रेजों के बनाये पटना विश्वविद्यालय सहित मात्र दस विश्वविद्यालय थे, जबकि आज 33 विश्वविद्यालय बिहार के युवाओं के लिए काम कर रहे हैं ।
शहादत दिवस अवसर पर पंचायती राज मंत्री केदार गुप्ता ने भी बंसी चाचा के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।