
डेहरी आन सोन। पुलिस लाइन में सार्जेंट मेजर एक महत्वपूर्ण पद है, जिसमें उन्हें कई महत्वपूर्ण कर्तव्यों का निर्वहन करना होता है। सार्जेंट मेजर पुलिस विभाग में एक वरिष्ठ पद है, जो पुलिस लाइन के दैनिक कार्यों को नियंत्रित करने और अनुशासन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। डीआईजी डॉ सत्यप्रकाश ने प्रक्षेत्र के चारों जिलों के पुलिस लाइन डीएसपी,सार्जेंट के साथ गुरुवार को स्थानीय पुलिस लाइन में बैठक किया।उन्हें कर्तव्यों व दायित्वों का पाठ पढ़ाया। उन्होंने कहा कि पुलिस लाइन डीएसपी व सार्जेंट मेजर पुलिस लाइन के प्रशासन के लिए जिम्मेदार होता है, जिसमें पुलिसकर्मियों की ड्यूटी, प्रशिक्षण और अनुशासन शामिल है।उन्होंने कहा कि सार्जेंट मेजर पुलिस लाइन में अनुशासन और नियंत्रण बनाए रखने के लिए जिम्मेदार होता है, जिसमें पुलिसकर्मियों के व्यवहार और गतिविधियों की निगरानी करना शामिल है।
सेवानिवृत सार्जेंट मेजर रमाकांत,सेवानिवृत डीएसपी उदय कुमार,मोटरयान निरीक्षक कौशल किशोर त्रिपाठी,आयुध निरीक्षक सतीश कुमार सिंह ने एक दिवसीय प्रशिक्षण में कर्तव्यों दायित्वों का पाठ पढ़ाया।उन्हें कार्मिक मामले, एमटी शाखा ,जीपी शाखा के कार्यों की विस्तृत जानकारी दी ।प्रशिक्षकों ने कहा कि सार्जेंट मेजर पुलिसकर्मियों के प्रशिक्षण और विकास के लिए जिम्मेदार होता है। जिसमें उन्हें नवीनतम तकनीकों और तरीकों से प्रशिक्षित करना शामिल है।उन्होंने कहा कि सार्जेंट मेजर पुलिस लाइन में ड्यूटी और जिम्मेदारी के अनुसार कार्यों को नियंत्रित करने के लिए जिम्मेदार होता है, जिसमें पुलिसकर्मियों की ड्यूटी और जिम्मेदारी का निर्धारण करना शामिल है।उन्होंने कहा कि सार्जेंट मेजर पुलिस लाइन में निगरानी और मूल्यांकन के लिए जिम्मेदार होता है, जिसमें पुलिसकर्मियों के प्रदर्शन का मूल्यांकन करना और सुधार के लिए सुझाव देना शामिल है।
एक दिवसीय प्रशिक्षण में रोहतास, भोजपुर,कैमूर ,बक्सर के एसपी,पुलिस लाइन के 28 डीएसपी व सार्जेंट मेजर ,सार्जेंट शामिल हुए।