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रामगढ (कैमूर)। रामगढ़ प्रखंड क्षेत्र के किसानों को अब थोड़ी राहत मिलते दिख रही है। बताया जा रहा है कि लक्ष्य के अनुसार, इलाके में अब तक 38% रोपनी हुई। एक सप्ताह पहले किसान काफी परेशान थे। इस दौरान केवल खेतों में केवल 2।3 प्रतिशत तक रोपनी हुई थी। बारिश के आगमन के बाद किसानों के चेहरे पर खुशी दिख रही है। 26 जुलाई को अच्छी बारिश के बाद किसानों के रोपनी कराने के रफ्तार में तेजी आई है। सूखी हुई कर्मनासा नदी में भी पानी आ गया नदी में पानी आने से विश्वकर्मा पंप कैनाल के माध्यम से खेतों तक इसकी आपूर्ति की गई।
प्रखंड कृषि पदाधिकारी मृत्युंजय कुमार सिंह ने बताया कि प्रखंड में लक्ष्य का 38% रोपनी शनिवार तक हुई है। अनुपात से कम बारिश होने के बावजूद भी किसानों की हिम्मत और उत्साह देखने को मिला है। मात्र 1 सप्ताह में किसानों ने 35% तक रोपनी कर ली है। माना जा रहा है कि अगर मौसम ने साथ दिया तो जल्द ही किसान 3 सप्ताह में अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लेंगे। रामगढ़ के पूर्वी छोर के गर्रा चौबे नहर मे भी पानी आ गया है।
पलिहर खेत जोतने से रोपाई में आई तेजी:-
स्थिति को भापते हुए किसानों ने अपने खेतों को पलिहर जोतने का काम किया । ऐसा किसानों ने जल्दबाजी के उद्देश्य से किया। क्योंकि पानी आ जाने के बाद खेत के खर पतवार, घास को सड़ने के लिए ज्यादा समय का इंतजार न करना पड़े।बारिश होने के कारण सभी जगह रोपनी का कार्य तेजी से हो रहा है जिससे मजदूर का मिलना दुर्लभ हो रहा है। किसान बाहर से मजदूरों को बुला रहे हैं। किसानों को यूरिया ,डाई की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। किसान रामानंद यादव ने बताया कि अभी दुकानों में यूरिया खाद उपलब्ध नहीं है। लेकिन जल्द यह किसानों को आसानी से उपलब्ध होगा ऐसी उम्मीद है।
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