
करगहर (रोहतास) स्थानीय करगहर प्रखंड कार्यालय का जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने निरीक्षण किया। उन्होंने प्रखंड कार्यालय में बारीकियों से सभी विभाग का निरीक्षण किया एवं आवश्यकतानुसार सभी विभाग के कर्मचारी प्रखंड विकास पदाधिकारी अंचलाधिकारी को कार्यों के प्रति जागरूक रहने की भी नसीहत दी। उनके कार्यालय में जाकर औचक निरीक्षण भी किया। वही प्रखंड परिसर को हरा-भरा करने के लिए उन्होंने पौधारोपण भी अपने हाथों से खुद किया तथा ब्लॉक कर्मियों को पूरे प्रखंड को हरा भरा खुशहाल बनाने के लिए आदेश भी दिए। वहीं दूसरी तरफ स्वच्छता अभियान के तहत डीएम ने कचरा प्रबंधन साफ सफाई का ध्यान रखते हुए सभी पंचायतों में हरी झंडी दिखाकर तिन पहिया गाड़ी को पंचायत में रवाना किए। तिन पहिया गाड़ी पर बैठे ड्राइवरों से उन्होंने हाल-चाल भी जाना और सैलरी भी पूछा लोगों ने खुश होकर जिलाधिकारी का विधिवत जवाब भी दिया।
प्रखंड परिसर करगहर में डोर टू डोर कचरा प्रबंधन के लिए बाल्टी का भी व्यवस्था किया गया है। वही साथ में आए जिलाधिकारी के साथ जांच टीम पंचायतों में जाकर शाशकिय योजनाओं की भी जांच की। जिसमें अनियमितता को दूर करने के लिए उन्होंने संबंधित अधिकारियों को आगे आदेश भी दिए। डीलरों में मिली अनियमितता को दुख व्यक्त करते हुए लोगों को चेतावनी भी दी यदि नहीं सुधरेंगे तो उन पर प्रशासनिक कार्रवाई करने की भी बात कही फिर दूसरी तरफ लगभग 3:00 बजे प्रखंड सभागार में डीडीसी शेखर आनंद ने सभी जांच टीमों के साथ समीक्षात्मक बैठक की जिलाधिकारी के साथ डीडीसी एसडीओ प्रखंड के कोने-कोने से आए हुए तमाम जनप्रतिनिधि के द्वारा उनका भव्य स्वागत भी किया गया।
मौके पर मौजूद गुलबासो पांडेय ने अपना परिचय देते हुए जिलाधिकारी, एसडीओ एवं डीडीसी को फूल का माला पहनाकर गुलदस्ता देकर उनका स्वागत की, वैसे तो बहुत सारे कुछ देखने में अजब सा आज लग रहा था। जो हमारे जिलाधिकारी के आगमन के साथ ही पूरी व्यवस्था में चार चांद लग गई। कार्यक्रम के अंत में उन्होंने पंचायत से आए हुए सभी जनप्रतिनिधि आगंतुकों की समस्या भी सुनी। यही नहीं पब्लिक के बीच में जाकर चिलचिलाती धूप में लोगों से आवेदन भी लिए यह नजारा देखने में ही बनता था और पूरे प्रखंड परिसर को पैदल ही भ्रमण कर पोखरे का भी जायजा उन्होंने लिया दूरदराज से आए हुए विकलांग बूढ़े की फरियाद भी उन्होंने सुने।
यहां तक मिराज छक्का टोली भी साहब को माला पहना कर अपने दुख व्यक्त किया साहब ने उन्हें संतोषप्रद जवाब देते हुए समाहरणालय में आने की बात कही। जिन जिन लोगों ने अपना दुखड़ा आप मुसीबत लेकर गए थे तमाम लोगों की बातें उन्होंने बहुत ध्यान पूर्वक सुनकर सबको दुख हरने एवं सही मार्गदर्शन करने का आश्वासन भी दिया यूं कहा जाए की इस प्रखंड की कई सालों से बीमार पडे,, कार्यों में उन्होंने अपने विचारधारा से गति प्रदान करने का भरपूर प्रयास किया डूबती हुई नैया को पतवार का सहारा दे दिया कितने सालों से बीमार पड़े कार्यो में अपने विचारों एवं कार्यो से राजधानी एक्सप्रेस जैसे इंजन को जोड़कर गति प्रदान करने का भी काम किए।