
डेहरी ऑन सोन (रोहतास)। डेहरी प्रखंड के मौडिहा गांव में बंदी अधिकार आंदोलन, इंसाफ और ऑल इंडिया हॉकर फोरम के संयुक्त तत्वाधान में जलवायु संकट और खाद्य सुरक्षा विषय पर बोलते हुए युवा किसान नेता, लोजपा के प्रखंड अध्यक्ष सह मुखिया ददन पासवान ने कहा कि विश्व में भूख बढ़ रही है। जलवायु संकट और महामारी प्रमुख चालक है। जलवायु परिवर्तन के कारण हमारे खाद्य उत्पादन पर भारी प्रभाव पड़ा है। हमारे मुख्य चालक के रूप में कृषि क्षेत्र को सीधे जलवायु संकट का बोझ झेलना पड़ता है। जब भी हम खाद्य उत्पादन के बारे में बात करते है तो सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा कृषि क्षेत्र होता है तो यह तापमान में वृद्धि,ग्लोबल वार्मिंग,बारिश, हीटवेव जैसे कई अन्य कारकों से निर्धारित होता है। ग्लोबल वार्मिंग वर्षा को प्रभावित करती है।
बंदी अधिकार आंदोलन के संयोजक संतोष उपाध्याय ने कहा कि हम लगातार पैटर्न में बदलाव देख रहे है। उदाहरण के लिए अब उन क्षेत्रों में बाढ़ आ गई हैं जहां ऐसा कभी नहीं होता था। कुल मिलाकर बाढ़ अधिक तीव्र और लगातार होती जा रही है। हीटवेव बार बार हो रहा है औरसही इन सभी का कृषि उत्पादन पर अपना प्रभाव पड़ रहा है और इन सब का प्रभाव गरीबों पर और बच्चो पर सबसे ज्यादा पड़ता है। खास कर उन परिवारों पर जो कृषि पर अधिकांशत निर्भर होते है। वे बच्चे पढ़ाई छोड़ देते है और कम उम्र में व्यस्कों के तरह आजीविका के खोज में महानगरों के ओर निकल पड़ते है। इसलिए हमें फसल संशोधन या आजीविका के वैकल्पिक स्रोत को भी देखना शुरू करना चाहिए ,हो बदले में कृषि पर दबाव को कम करेगा।
इस अवसर पर रिंकी कुमारी ने कहा कि महिलाएं अपने परिवारों को खिलाने में एक अहम रोल निभाती है क्योंकि वे न केवल उनके लिए बल्कि पूरे परिवार के लिए खाने और भोजन का उत्पादन और प्रसंस्करण करती है। जलवायु परिवर्तन का गरीब और कमजोर समुदायों की आजीविका पर तत्काल और दीर्घकालिक प्रभाव पड़ता है जिसका हिस्सा महिलाएं है।
इस मौके पर कमल कुमार रंजन, विनय कुमार राकेश, नरेंद्र पाल, दुर्गा कुमारी, वासुदेव पासवान, पप्पू कुमार, रमेश कुमार, राजीव रंजन उपाध्याय, आरती देवी, कबूतरा देवी, कविता देवी, विनीता देवी, रेणु देवी आदि मौजूद थे|