
सासाराम (रोहतास) कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष के द्वितिया तिथि गुरूवार को भगवान चित्रगुप्त महाराज की पूजा प्रगतिशील कायस्थ समाज द्वारा स्थानीय पवित्र बंधन पैलेस में विधि- विधान से सम्पन्न हुआ। कहा जाता है कि भगवान चित्रगुप्त यमराज के सहायक हैं जो मनुष्य के अच्छे-बुरे कर्मों का हिसाब रखते हैं। कायस्थ समाज के लोग इन्हें लेखनी के देवता के रूप में पूजा करते हैं। इसलिए चित्रगुप्त पूजा को कलम – दवात पूजा के नाम से भी जाना जाता है। पवित्र बंधन पैलेस के प्रोपराइटर एवं इस पूजा के आयोजक इं0 नवीन सिन्हा ने एवं स्वागताकांक्षी प्रज्ञा सिंहा ने बताया कि चित्रगुप्त महाराज की पूजा यहाँ विगत कई वर्षों से पूरा विधि — विधान से आयोजित होता आया है। यहाँ की पूजा समारोह की खास बात यह रहती है कि कुछ लोग भगवान चित्रगुप्त को सिर्फ कायस्थ जाति से जोड़ कर महिमा मंडित करने का प्रयास करते हैं एवं चित्रगुप्त महाराज को एक खास जाति से जोड़ कर बताते हैं। जबकि भगवान सभी के लिए होते हैं। उनके कर्मों का फल उनके पाप — पुण्य के हिसाब से समान रूप से हिसाब – किताब रखते हैं। इसलिए यहाँ आयोजित चित्रगुप्त पूजा में हर जाति- समुदाय के लोगों को आमंत्रित कर कलम नविशो का सम्मान किया जाता है। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी काफी हर्षोल्लास से पूजा समारोह को सम्पन्न कराया गया। प्रख्यात कर्मकाण्ड के ज्ञाता पंडित शंभू शैल ने मंत्रोच्चारण के साथ विधिवत पूजा कराया।
उक्त अवसर पर शहर के कई गणमान्य लोगों में गोरखनाथ लाल, के के सिंह, डॉक्टर जितेन्द्र नारायन सिंह, डॉक्टर विजय कुमार, हिमान्शु श्रीवास्तव, डॉ उमेश कुमार, अधिवक्ता सह पत्रकार संजय तिवारी, गोरखनाथ सिंह, शंभूनाथ त्रिपाठी, मोहन बाबू, राजेश कुमार सिंह, डाॅ विनोद सिंह उज्जैन, संजय सिंह ,शाश्वत श्रीवास्तव ,राकेश सिन्हा , मनोज सिन्हा सहित कई शिक्षाविद एवं बुद्धिजीवी इस पूजा में शामिल हुए।