
दिनारा (रोहतास) प्रखंड क्षेत्र के समाजवादी नेता जेपी सेनानी राज नारायण सिंह ने बिहार में किसानों की हो रही दुर्दशा पर चिंता ब्यक्त करते हुए कहा किसानों कि दशा मजदूर से अच्छी नहीं है।धान का उचित मूल्य उन्हें नहीं मिल रहा है। खाद की भारी किल्लत व कालाबाजारी की वजह से किसान 266 रुपये की बजाय 500 रुपये से अधिक कीमत पर प्रति बोरी यूरिया खरीदने पर मजबूर हो रहे हैं।किसान के गेहूं के खेत खाद के आभाव में खराब हो रहे हैं। भ्रष्टाचार चरम सीमा पर कायम है। प्रखंड तथा जिला एवं राज्य में बिना पैसा दिए काम नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा 80 प्रतिशत लघु एवं सीमांत किसान हैं जो बैंक के कर्ज़ से दबे हुए हैं। कृषि रोड मैप से किसानों को कोई लाभ नहीं मिला है। पिछले 8 वर्षों में कृषि ऋण बढ़कर दुगना हो गया है ।उन्होंने कहा कि जो उन्हें कृषि ऋण दिए गए हैं उसमें काफी राशि कमीशन के रूप में किसानों से ले लिया गया है। अन्य राज्यों में किसानों का कर्ज माफ हो रहा है, लेकिन बिहार के किसान देश के अन्य राज्यों के किसान से गरीब होते हुए भी कर्ज़ चुकाने को मजबूर हैं। बिहार के किसान जी आत्महत्या करने को मजबूर है। फिर भी सरकार द्वारा कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से किसानों के कृषि ऋण माफ करने एवं संकट से उबारने की अपील की।