करगहर (रोहतास) कहा जाता है कि जब भूख से पेट जलती है तो आदमी कुछ भी करने को तैयार हो जाता है। यह कहानी नहीं हकीकत है। गरीबी की मार झेल रहे करगहर प्रखंड अंतर्गत सिरसिया निवासी नीतीश कुमार पिता जगनारायण पासवान ने होनहार बिरवान के होत चिकने पात मुहावरे को सही करके दिखाया। दिन रात मेहनत करने वाले नीतीश कुमार ने पहला प्रयास में ही जेई मेंस में कामयाबी पा लिया। सफलता का श्रेय सिगमा ट्यूटोरियल के डायरेक्टर संजय कुमार तिवारी और माता पिता का आशीर्वाद बताया। सिरसिया गांव के इतिहास में पहली बार जेई मेंस में कामयाब हुए नीतीश कुमार ने बताया कि व्यक्ति अगर चाह जाए तो कुछ भी असंभव नहीं है बशर्ते कड़ी मेहनत पक्का इरादा और सच्ची लगन होनी चाहिए। जो सिरसिया गांव सहित प्रखंड पंचायत तथा जिले का नाम रौशन किया। आपको बता दें की अत्यंत गरीब जिसे दो वक्त का रोटी भी नसीब नहीं होता था सुबह खाने के बाद शाम को सोचना पड़ता था। लेकिन कड़ी मेहनत के द्वारा नीतीश कुमार ने आखिरकार सफलता पा ही लिया। सिगमा ट्यूटोरियल के शिक्षकों द्वारा मेहनत और लगन से प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को तराशा जाता है। आगे जेई एडवांस की तैयारी भी कराई जा रही है। डायरेक्टर संजय तिवारी ने बताएं कि पढ़ाई लिखाई के साथ-साथ सभी विद्यार्थियों को शिष्टाचार एवं संस्कार के गुण भी सिखाया जाता है।