
सासाराम (रोहतास) जिला के विभिन्न विद्यालयों खासकर डेहरी अनुमंडल के विभिन्न विद्यालयों का दौरा करते हुए गया शिक्षक प्रवचन क्षेत्र के प्रत्याशी डॉ दुर्गा चरण मिश्रा ने कहा कि इस बार लड़ाई शिक्षक एमएलसी एवं पूंजीपति एमएलसी के बीच में है। इस बार शिक्षक साथी तय करेंगे कि पूंजीपति एमएलसी जीतेगा कि शिक्षक एमएलसी जीतेगा। यदि इस बार पूंजीपति में उसे जीत जाता है तो यह एमएलसी का निर्वाचन क्षेत्र हमेशा के लिए पूंजीपति एमएलसी बनकर रह जाएगा। उन्होंने कहा कि आज शिक्षकों को एमएससीपी का लाभ दिलाने की आवश्यकता है क्योंकि 10 वर्ष जो नौकरी कर लिया है। उसको भी वेतन समान मिलता है और जो 2 वर्ष पहले भी नौकरी ज्वाइन किया है उसको वेतन समान मिलता है। उन्होंने कहा कि सासाराम मां ताराचंडी का दरबार है और मेरे नाम के साथ ही मां का नाम जुड़ा हुआ है। इसलिए मैं आप लोगों के हक और विश्वास को टूटने नहीं दूंगा और जब तक राज्य कर्मी का दर्जा नहीं मिलेगा तब तक आप लोगों का साथ लगातार सदन में धरना और अनशन पर बैठा रहूंगा। उन्होंने कहा कि मुद्दा से ध्यान भटकाने के लिए विभिन्न प्रकार के पूंजीपति जाति का भेदभाव शिक्षक के बीच फैला रहे हैं और मूल मुद्दा जो राज्य कर्मी का मुद्दा है उस पर लड़ाई होनी चाहिए साथ ही मूल वेतन मान भी मिलना चाहिए। इस अवसर पर वरिष्ठ शिक्षक नेता जय प्रकाश पांडेय, विनोद पांडेय, संजय रस्तोगी, राजीव रंजन कुमार, श्रीमती विनीता सिंह, श्रीमती विभा रानी, श्रीमती शिवकुमारी, दुलारचंद जी, अनिल मिश्रा, कुमार सतेंद्र बहादुर, मकरध्वज सिंह, सुमित्रा कुमारी, शुभम तिवारी, धर्मेंद्र तिवारी, श्रीमती सीमा सिंह, विजय कुमार, वत्सला कुमारी, सरस्वती कुमारी, राजीव कुमार चौबे, संतोष कुमार, कमलेश कुमार, विनोद कुमार सिंह, बिपिन बिहारी वर्मा, चंदन राही, बलराम सिंह, विनोद कुमार पांडेय, समीर कुमार, राजेंद्र कुमार शर्मा, शिल्पा भट्ट, एन जी राम, नंदलाल पासवान, शुभ नारायण, सत्येंद्र भारद्वाज, सुमन कुमारी सिंह, नम्रता कुमारी, नरेंद्र कुमार, रंजीत कुमार सिंह, अरुण कुमार पाठक, अशोक कुमार, विनीता कुमारी, सर्वेंद्र तिवारी, शीतल कुमार, उमेश पांडेय शशिकांत चौबे सहित सैकड़ों शिक्षक शामिल हुए।