विजय कुमार पाठक, नौहट्टा संवाददाता। कैमूर पहाड़ी के चपरी जंगल में प्रदुषित पानी पीने से चुंहट्टा गांव के रहने वाले 3 बच्चों की मौत हो गई थी। यह घटना पिछले साल चार दिसम्बर की है। बच्चों की मौत के बाद बच्चों के परिजनों को किसी भी तरह का मुआवजा नहीं मिला है। जिसको लेकर स्थानीय सांसद छेदी पासवान ने नाराजगी जताई है। इस मामले को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लिखे पत्र में स्थानीय सांसद ने कहा है कि आपदा प्रबंधन विभाग व वन विभाग द्वारा परिजनों को अबतक मुआवजा नही दिया गया।
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सांसद ने बताया कि वन विभाग के लापरवाही के कारण जहरीला पानी पीने से चार बच्चों की मौत हो गई थी जिसमे तीन रोहतास जिला व एक कैमूर जिले के रहने वाले था। इस घटना की जानकारी मिलने के बाद प्रशासनिक अधिकारिी और मेडिकल टीम पहाड़ी गांव भी पहुंची और घटना की जांच की। लेकिन अब तक जनजाति परिवार को मुआवजा और सहयोग राशि नहीं मिल सका है। सांसद ने सीएम को पत्र लिखकर कहा है कि इसकी उच्चस्तरीय जांच करवाई जाए और जनजाति परिवार को मुआवजा व सहयोग राशि जल्द उपलब्ध करवाया जाए।
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