तिलौथू ( रोहतास )स्थानीय बाजार में झोलाछाप डॉक्टरों के कारण लोगों की जान जा रही है। झोलाछाप डॉक्टरों की लापरवाही के कारण आए दिन न जाने कितने लोगों की जान चली जाती है। इलाके में सरकारी अस्पताल की व्यवस्था होने के बावजूद लोग इन झोलाछाप डॉक्टरों के चंगुल में फंस जाते हैं। तिलौथू में एक बार फिर ऐसा ही मामला सामने आया है । जहां झोलाछाप डॉक्टर के कारण ऑपरेशन के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत हो गई। हैरानी की बात यह है कि खुद मरीज के एक रिश्तेदार द्वारा उन्हें उस क्लीनिक में जाने की सलाह दी थी।
क्लीनिक छोड़ भाग निकले डॉक्टर
मामला तिलौथू थाना क्षेत्र के तूतही पुल के पास की है ।जो झोलाछाप डॉक्टर द्वारा संचालित नर्सिंग होम में ऑपरेशन के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत हो गई । मृतक की पहचान नौहटा थाना क्षेत्र के चौखड़ा गांव निवासी दीपक राम की पत्नी 25 वर्षीय संगीता के देवी के रूप में की गई है। मृतक के परिजनों ने बताया कि डिलीवरी होने वाली थी । तो हम सभी मरीज को लेकर तिलौथू के नंदू यादव के अस्पताल में पहुंचे है । जहां मरीज के परिजनों द्वारा पैसा जमा करने के बाद डॉक्टर नंदू यादव द्वारा यह कहकर ऑपरेशन कर दिया गया कि सौ परसेंट गारंटी है जच्चा बच्चा का कुछ नहीं होगा । लेकिन जब ऑपरेशन के 4 घंटा बीत जाने के बाद मृतक को होश नहीं आया तो परिजन इसका विरोध करने लगे तब जाकर डॉक्टर द्वारा एंबुलेंस मांगवाकर बनारस के लिए रेफर कर दिया और डॉक्टर अपने क्लीनिक में ताला बंद कर फरार हो गया । जहां परिजनों द्वारा बनारस जाने के बाद इलाज के क्रम में डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया । घटना के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने डॉक्टर के क्लीनिक पर शव को रख हंगामा शुरू कर दिया । इसकी भनक जैसे ही पुलिस को लगी वैसे ही पुलिस मौके पर पहुंचे दोनों पक्षों को थाना पर बुला लिया । समाचार लिखे जाने तक दोनों पक्ष थाना पर जमे हुए हैं और शव डॉक्टर के क्लीनिक पर पड़ा हुआ है। इस संदर्भ में थानाध्यक्ष कृपाल जी ने बताया कि घटना घटने के बाद दोनों पक्षों को थाना पर बुलाकर समझाया बुझाया जा रहा हैं । मालूम हो कि इस तरह के मामले तिलौथू में अक्सर देखने को मिलता है । फिर भी झोलाछाप डॉक्टरों से लोग इलाज करवाने से बाज नहीं आते हैं। इसी तरह के मामले में रखियान बीघा गांव निवासी रंजीत राठौर की भौजाई को इसी झोलाछाप डॉक्टर के द्वारा गलत ऑपरेशन कर दिया गया था। जिसे डॉक्टर को जेल जाना पड़ा था। और ठीक 2 माह पहले डांक्टर नंन्दू जेल से बेल पर आया ही था कि पुनः इस घटना की इसी डॉक्टर द्वारा गलती को दोहराया गया । जिससे लोगों में आक्रोश व्याप्त है।