गाजियाबाद, 18 सितंबर (आईएएनएस)। गाजियाबाद के साहिबाबाद में ईसाई धर्म से लोगों को जोड़ने के लिए एक घर में प्रार्थना सभा हो रही थी। उसमें लोगों को पैसे का प्रलोभन भी दिया जा रहा था। इस मामले में पुलिस से शिकायत की गई और पुलिस ने एफआईआर दर्ज करते हुए 15 महिला-पुरुषों को गिरफ्तार किया है।
आरोप है कि प्रार्थना सभा के बहाने हिंदू लोगों को धर्मांतरण के लिए ये लोग बहला-फुसला रहे थे। पुलिस ने इनके कब्जे से एक गिटार, पांच बाइबिल, दो गीत की पवित्र पुस्तकें आदि सामान बरामद किया है।
मिली जानकारी के मुताबिक गाजियाबाद के साहिबाबाद इलाके के करहैड़ा गांव में एक प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया था। ये प्रार्थना सभा 17 सितंबर की शाम 4 बजे गांव के दिनेश के घर में हुई थी। इस सभा में उसने तमाम गांव के लोगों को बुलाया था। इसी सभा में सुभाष के परिवार को भी बुलाया गया था।
सुभाष का परिवार और अन्य लोग उस कार्यक्रम में चले गए। वहां पर कुछ महिला-पुरुष बैठे हुए थे, जो ईसाई धर्म के बारे में बता रहे थे। ये भी कह रहे थे कि अगर वे ईसाई धर्म अपना लेते हैं तो उन्हें पैसे भी दिए जाएंगे। वे पैसे का प्रलोभन देकर धर्मांतरण के लिए कह रहे थे।
साहिबाबाद थाना पुलिस ने इस मामले में सोमवार को दिनेश, चंद देव राय, बबलू, राजन वर्मा, जॉय, अशमत उस्मान, अजय, राजकुमार, अनीता, जयादास, मीनू, रेखा कुमारी, रूचिका, मीनू कुमारी और गुड़िया को गिरफ्तार कर लिया है।
इसमें ज्यादातर महिला-पुरुष दिल्ली में बदरपुर, जेजे कॉलोनी मदनपुर, सरिता विहार के रहने वाले हैं।
एसीपी भास्कर वर्मा ने बताया कि साहिबाबाद क्षेत्र के करहैड़ा गांव निवासी सुभाष चंद की शिकायत पर मुकदमा दर्ज करते हुए 8 पुरुष और 7 महिलाओं को गिरफ्तार किया गया है।