
मध्य प्रदेश के उज्जैन में 12 साल की एक नाबालिग लड़की के साथ हुई दरिंदगी के मामले में आश्रम द्वारा सहयोग करने के लिए आभार जताते हुए केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने समाज के रवैये को लेकर भी सवाल उठाया।
मध्य प्रदेश के उज्जैन में 12 साल की एक नाबालिग लड़की के साथ हुई दरिंदगी के मामले में आश्रम द्वारा सहयोग करने के लिए आभार जताते हुए केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने समाज के रवैये को लेकर भी सवाल उठाया।
नई दिल्ली, 29 सितंबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के उज्जैन में 12 साल की एक नाबालिग लड़की के साथ हुई दरिंदगी के मामले में आश्रम द्वारा सहयोग करने के लिए आभार जताते हुए केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने समाज के रवैये को लेकर भी सवाल उठाया।
एक 12 साल की रेप पीड़िता, अर्धनग्न अवस्था में, खून से लथपथ घर-घर जाकर मदद मांगती रही लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की। इस पर गहरी निराशा जाहिर करते हुए लेखी ने नसीहत देते हुए कहा कि समाज को रेप विक्टिम्स के प्रति अधिक दयालु होना चाहिए।
मीडिया द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए मीनाक्षी लेखी ने कहा कि, वह उज्जैन में 12 साल की पीड़िता लड़की की मदद करने के लिए आश्रम का आभार व्यक्त करती हैं, जिसने पीड़िता की मदद की, उसे अस्पताल ले गए और साथ ही पुलिस को भी सूचना दी।
उन्होंने मध्य प्रदेश के प्रशासन द्वारा तेजी से कदम उठाने का दावा करते हुए यह भी कहा कि मामला संज्ञान में आते ही प्रशासन तुरंत हरकत में आया और कार्रवाई हुई। हालांकि इसके साथ ही उन्होंने मदद नहीं करने वाले लोगों और समाज को नसीहत देते हुए यह भी जोड़ा कि समाज को रेप विक्टिम्स के प्रति अधिक दयालु होना चाहिए और ऐसे मामलों में समाज को सहानुभूति रखनी चाहिए। उन्होंने समाज से आगे आकर रेप विक्टिम्स का समर्थन करने की भी अपील की।
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